हाल ही में टमाटर की कीमतें आसमान छू रही थीं. मगर अब किसानों को टमाटर फेंकने पर मजबूर होना पड़ रहा है. यह हाल है आंध्र प्रदेश के किसानों का. यहां पर राज्य के थोक बाजारों में टमाटर की कीमत 2 से 3 रुपये प्रति किलोग्राम तक नीचे आ चुकी है. वहीं रिटेल बाजार के दाम इससे 10 गुना अधिक हैं. किसानों का आरोप है कि उन्हें टमाटर के सही दाम नहीं मिल पा रहे हैं. इस कारण उन्हें टमाटर फेंकने पड़ रहे हैं. आइए आपको बताते हैं कि आंध्र प्रदेश में टमाटर किसानों को किन मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
एक किलो टमाटर की कीमतें मात्र 3 या 2 रुपये
आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के पट्टीकोंडा बाजार में एक किलो टमाटर की कीमतें मात्र 3 या 2 रुपये है. 100 किलो टमाटर के सिर्फ 200 रुपये मिलने से किसानों को भारी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. इसकी वजह कि टमाटर का स्टॉक बड़ी मात्रा में बाजार में आ गया है. वहीं खरीदारी काफी कम हो गई है. किसानों के अनुसार, उन्हें कटी हुई फसल का सही दाम नहीं मिल पा रहा है. इस कारण उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
किसानों को खाद और कीटनाशक जैसे अन्य खर्चों के अलावा उन्हें माल ढुलाई को लेकर भी पैसे नहीं मिल रहा है. किसान यह सोचकर कटे हुए टमाटरों को सड़कों पर फेंक रहे हैं, ताकि ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट को कम किया जा सके. अगर कंज्यूमर अफेयर डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर गौर करें तो टमाटर की दाम 28.4 रुपये प्रति किलोग्राम तक है.
400 रुपये प्रति किलोग्राम तक हो गए थे
आपको बता दें कि जुलाई माह में टमाटर की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखी गई थी. देश में टमाटर के दाम 400 रुपये प्रति किलोग्राम तक हो गए थे. यह आंकड़ा 7 फीसदी से ज्यादा हो गई. अनुमान के अनुसार अगस्त के माह की रिटेल महंगाई 6 फीसदी से ज्यादा रह सकती है.
Source : News Nation Bureau