किडनी की पथरी की शिकायत होने पर बहुत गंभीर दर्द होता है. किडनी की पथरी के लक्षण तब सामने आते हैं, जब पथरी मूत्राशय से निकलने की स्थिति में होता है या नीचे जाने लगता है. मूत्र में कैल्शियम और फॉस्फेट जैसे खनिज तत्वों का स्तर सामान्य रूप से अधिक होने पर किडनी की पथरी की शिकायत होती है. पेट के निचले हिस्से, पीठ, बाजू या कमर में तेज दर्द, पेशाब करते समय दर्द, बुखार और ठंड लगना, मिचली और वमन यानी उल्टी की शिकायत हो तो समझ लीजिए कि आपको पथरी की शिकायत है. इसमें दर्द बहुत भयानक यानी असह्य होता है.
किडनी की पथरी की शिकायत होने पर ढेर सारा पानी या तरल पदार्थ पीना चाहिए. इससे नए स्टोन बनने से रोका जा सकता है. अधिक पानी पीने से मूत्र के माध्यम से शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और नए स्टोन बनने की प्रक्रिया रुक जाती है. अधिक पानी पीने से पथरी को भी बाहर निकालने में सहायता होती है. अधिक पानी पीने के अलावा आप कुछ घरेलू नुस्खे भी आजमा सकते हैं.
- तुलसी के पत्ते में यौगिक और एसिटिक एसिड होते हैं, जो यूरिक एसिड के स्तर को स्थिर करने और स्टोंस को तोड़ने में मदद करते हैं.
- व्हीटग्रास में मौजूद यौगिक और एंटीऑक्सीडेंट मूत्र उत्पादन बढ़ाते हैं और पथरी के गठन के जोखिम को कम करते हैं. साथ ही पथरी को बाहर निकालने में मदद करते हैं.
- नींबू में मौजूद कार्बनिक यौगिक कैल्शियम को तोड़ने और उनके विकास को धीमा करने में मददगार साबित होते हैं.
- एक्स्ट्रा-वर्जिन ऑलिव ऑयल एक गाढ़ा, समृद्ध तेल होता है. इससे मूत्र मार्ग चिकना हो जाता है और पथरी को बाहर निकालने में मदद मिलती है.
(यह घरेलु नुस्खे हैं, जो कई वैद्यों के अध्ययन पर आधारित हैं. अगर आप पथरी की बीमारी से परेशान हैं तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें.)
Source : News Nation Bureau