कमजोरी, पतले दस्त, भूख न लगना, त्वचा का रंग लाल होना आदि लक्षण यदि आपको अपने शरीर में महसूस हों तो हो सकता है कि आप उर्द्ध-वृक्क-कोष (Addison’s Disease) से पीड़ित हैं. दरअसल, दोनों गुर्दे के ऊपरी भाग में एक-एक ग्रन्थि होती है. जब किसी कारण से यह ग्रन्थि नष्ट हो जाती है या गुटिका रोग से यह रोगग्रस्त हो जाता है तो यह रोग उत्पन्न होता है. जब यह रोग होता है तो विभिन्न प्रकार के लक्षण दिखाई देने लगते हैं जैसे- रोगी की शारीरिक शक्ति कम हो जाना, हृदय के काम करने की शक्ति कम हो जाना, त्वचा का लाल या तांबे के रंग का होना, भूख न लगना, पतले दस्त आना आदि.
रोग और उसमें प्रयोग की जाने वाली औषधियां : शतः+आयु Multispeciality Clinics (Kidney & Stone Clinic on Fridays) के डॉ. ललित अग्रवाल का कहना है कि उर्द्ध-वृक्क-कोष के रोग में कमजोरी, पतले दस्त, भूख न लगना, त्वचा का रंग लाल होना आदि हो तो इन औषधियों का प्रयोग करें- एड्रिनेलिन, नेट्रम-म्यूर की 30 शक्ति आदि. यदि इस औषधि से लाभ न मिले तो रोगी को आर्सेनिक की 30 शक्ति लेनी चाहिए. इस रोग के लक्षणों में आर्ज-नाई 30 तथा साइलिसिया भी लाभकारी होता है.
उर्द्ध-वृक्क-कोष रोग के इन लक्षणों के साथ रोगी में टीबी के लक्षण उत्पन्न होने पर बैसिलिनम 200 या टियुबरक्युलिनम बोविन 200 शक्ति का सेवन करने से लाभ होता है.
डॉ. अग्रवाल के अनुसार बच्चों के लिए कुछ खास दवाएं - (Some important medicines for Children)
- जब बच्चे का विकास बहुत धीमे हो, जैसे चलना, बोलना, दांत निकलना, वजन बढ़ना आदि - (बैराइटा कार्ब 200)
- जब अंडकोष नीचे न उतरे - (ऑरम म्यूर नेट्रम 30)
- जब दूध से एलर्जी हो - (ट्युबरकुलाइनम 200)
- बच्चों से खट्टी बू आये - (हिपर सल्फ़ 30, एसिड सल्फ़ 30)
- बच्चा देर से बातचीत करना सीखे - (नैट्रम म्यूर 30)
- बच्चा देर से चलना सीखे - (कल्केरिया कार्ब 200)
- कमजोरी के कारण सिर का बोझ न संभाल सके - (ऐथ्युजा 30)
- शारीरिक व मानसिक कमजोरी - (जिन्कम मैट 30)
- डर या सजा के कारण गुमसुम होना - (इग्नेशिया 200)
- बच्चे को ठण्ड ज्यादा महसूस हो - (साइलिशिया 200)
Disclaimer : यह आर्टिकल सामान्य जानकारी और विशेषज्ञ से बातचीत पर आधारित है. कृपया कोई भी दवा डाक्टर से पूछे बिना ना लें.
Source : News Nation Bureau