कोरोनावायरस ( Coronavirus ) की चौथी लहर की आहट के बीच उसके कुछ नए लक्षण भी सामने आ रहे हैं. देश में बढ़ते कोविड-19 ( Covid-19 ) संक्रमण मामलों के दौरान इस बार मरीजों में उल्टी और दस्त यानी डायरिया ( Diarrhea ) की समस्या भी देखी जा रही है. जानकारों का कहना है कि उल्टी और दस्त कोरोना के नए लक्षण हो सकते हैं. आमतौर पर इस लक्षण को देखकर मरीजों के फूड पॉइजनिंग ( Food Poisoning ) का शिकार माना जाता रहा है. अब नई जानकारी सामने आने के बाद उल्टी-दस्त के मरीजों को भी कोरोना टेस्ट करवाने की सलाह दी जा सकती है.
राजधानी दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश, हरियाणा, केरल और राजस्थान में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए एक बार फिर चिंता बढ़ रही है. कोरोना के वेरिएंट ओमीक्रॉन के एक्सई म्यूटेंट को बढ़ते संक्रमण की वजह बताया जा रहा है. इस बार उल्टी-दस्त यानी डायरिया जैसी समस्याओं से जूझ रहे मरीजों की संख्या बढ़ती दिख रही है. आइए, जानने की कोशिश करते हैं कि अगर ऐसे लक्षण दिखे तो कोरोना संक्रमण और फूड पॉइजनिंग में कैसे अंतर कर सकते हैं.
फूड पॉइजनिंग : कारण और लक्षण
बढ़ती गर्मी के मौसम में फूड पॉइजनिंग एक आम बीमारी है. ऐसे समय में खाना आसानी से खराब हो जाता है. इसे खा लेने पर कई बार लोग बीमार पड़ जाते हैं. गलत खानपान, बासी खाना या खराब खाना खाने के कारण ही आपको फूड पॉइजनिंग की समस्या हो जाती है. फूड पॉइजनिंग हो जाने पर कई लक्षण सामने आते हैं. इनमें पेट में ऐंठन होना, उल्टी-दस्त होना, कमजोरी होना, जी मिचलाना , बुखार आना, भूख में कमी और सिरदर्द जैसे तमाम लक्षण शामिल हैं.
कोरोना संक्रमण के लक्षण
कोरोनावायरस संक्रमण के बाद मरीजों में ठंड लगना, खांसी-बुखार, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, गंध और स्वाद न आना, पेट में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी-दस्त, गले में खराश और कमजोरी जैसे कई लक्षण सामने आते हैं. कोविड-19 के शिकार लोगों में लगातार थकान भी एक बड़ा लक्षण दिखता है.
कोरोना और फूड पॉइजनिंग में अंतर
उल्टी-दस्त के लक्षण दिखने पर मरीज कोरोनावायरस का शिकार हैं या फूड पॉइजनिंग का, यह पता लगाने के लिए सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. इस बढ़ती गर्मी के मौसम में लोगों को उल्टी-दस्त की समस्या भी हो रही है. वहीं चौथी लहर की आहट के साथ ही लोग कोरोना से भी संक्रमित हो रहे हैं. ऐसी हालत में जरूरी है कि तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
कोविड-19 टेस्ट करवाना सबसे बेहतर
दूसरी अहम बात है कि उल्टी-दस्त को हल्के में लेना ठीक नहीं है. इससे छोटे बच्चों और बुजुर्गों की तबीयत ज्यादा खराब हो रही है. इसकी वजह से कई बार मरीजों को हॉस्पिटल में भी एडमिट करना पड़ता है. इसलिए इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें. तबीयत खराब होने के बाद खुद से कोई दवा न लें. कोरोना को लेकर शंका मिटाने के लिए कोविड-19 का टेस्ट करा लेना सबसे बेहतर है.
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फूड पॉइजनिंग से ऐसे रहें सावधान
आखिर में सबसे जरूरी बात यह कि फूड पॉइजनिंग से बचें. इसके लिए अपने घर में पालतू जानवरों को अपने खाने की जगह से से दूर रखें. खाना खाने से पहले हाथ को साबुन से जरूर धोएं. पके हुए खाने को बार-बार गर्म करके न खाएं. बासी खाने का सेवन न करें. घर का ताजा पका हुआ खाना ही खाएं. फ्रिज में आटे को गूंथकर रखने की जगह ताजा आटा गूंथकर ही रोटी बनाएं.
HIGHLIGHTS
- उल्टी और दस्त कोरोना संक्रमण के नए लक्षण हो सकते हैं
- XE म्यूटेंट को बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह बताया जा रहा
- कोरोना संक्रमण और फूड पॉइजनिंग में अंतर कर सकते हैं