Bariatric Surgery: बेरिएट्रिक सर्जरी का मतलब मोटापे के इलाज के लिए की जाने वाली सर्जरी है. यह उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिन्हें अत्यधिक मोटापे की समस्या है और मधुमेह या उच्च रक्तचाप जैसी अन्य संबंधित बीमारियाँ हैं. यह सर्जरी पाचन तंत्र में कुछ बदलाव करके काम करती है, जिसके कारण शरीर कम कैलोरी अब्जॉर्ब करता है या आपका पेट कम खाना ग्रहण करने लगता है. नतीजा ये होता है कि आपका वजन कम होने लगता है.
बेरिएट्रिक सर्जरी की कब जरूरत पड़ती है?
सामान्य तौर पर, डॉक्टर तब बैरिएट्रिक सर्जरी की सलाह देते हैं जब आपका बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 32 से ज्यादा हो और आपको डायबिटीज़ या हाई ब्लड प्रेशर जैसी कोई बीमारी भी हो.
आपका BMI 35 से ज्यादा हो.
बेरिएट्रिक सर्जरी के प्रकार
बेरिएट्रिक सर्जरी कई प्रकार की होती है, जिनमें से कुछ मुख्य प्रकार इस प्रकार हैं:
लैपरोस्कोपिक स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी (Laparoscopic Sleeve Gastrectomy) इस सर्जरी में पेट का एक बड़ा हिस्सा निकाल दिया जाता है, जिससे आप कम खा पाते हैं.
गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी (Gastric Bypass Surgery) इस सर्जरी में पेट को छोटे पाउच में बदल दिया जाता है और छोटी आंत के कुछ हिस्से को पाचन तंत्र से जोड़ दिया जाता है. इससे कम खा पाने के साथ साथ पोषक तत्वों का अवशोषण भी कम हो जाता है.
बेरिएट्रिक सर्जरी के फायदे
बेरिएट्रिक सर्जरी से वजन कम होने के साथ साथ कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं, जैसे कि टाइप 2 डायबिटीज़ में सुधार, हाई ब्लड प्रेशर का कम होना, नींद में आने वाली समस्याओं में सुधार
जोड़ों के दर्द में कमी
बेरिएट्रिक सर्जरी के नुकसान
किसी भी सर्जरी की तरह, बैरिएट्रिक सर्जरी के भी कुछ जोखिम होते हैं, जैसे कि संक्रमण, पोषण की कमी, खून के थक्के जमने की समस्या
निष्कर्ष
बेरिएट्रिक सर्जरी एक प्रभावी तरीका हो सकता है अगर आप बहुत अधिक मोटापे से परेशान हैं और इससे जुड़ी अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हैं. लेकिन यह जरूरी है कि आप किसी योग्य डॉक्टर से सलाह लें और सर्जरी के फायदों और नुकसानों को अच्छे से समझ लें
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Source : News Nation Bureau