सर्वाइकल कैंसर, जिसे गर्भाशय कैंसर भी कहा जाता है, महिलाओं के गर्भाशय के निचले हिस्से में विकसित होने वाला एक कैंसर है. यह कैंसर आमतौर पर एचपीवी (HPV) नामक वायरस के कारण होता है, जो सेक्सुअल रूप से संक्रमित होने से हो सकता है. इसके लक्षणों में अनियमित मासिक धर्म, योनि से रक्तस्राव, योनि के अनुपस्थिति, और पेट के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है. यह कैंसर पहचाना और उपचार किया जा सकता है अगर इसे समय पर पहचाना जाए.
सर्वाइकल कैंसर के कारण क्या होते हैं?
एचपीवी इंफेक्शन: सबसे प्रमुख कारण एचपीवी (HPV) नामक वायरस का संक्रमण है, जो अधिकांश सर्वाइकल कैंसर के पीछे की प्रमुख वजह है. यह वायरस सेक्सुअल संपर्क के माध्यम से फैलता है.
धूम्रपान: धूम्रपान करने वाली महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.
कमजोर इम्यून सिस्टम: कमजोर इम्यून सिस्टम वाली महिलाओं में एचपीवी इंफेक्शन का संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे सर्वाइकल कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है.
परिवार में कैंसर का इतिहास: यदि किसी महिला के परिवार में सर्वाइकल कैंसर का इतिहास हो, तो उसका खतरा उससे भी बढ़ जाता है.
वयस्क यौन संबंध: वयस्क होने के साथ-साथ यौन संबंध बनाने का आरंभ करने पर सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.
इन कारणों के साथ-साथ और भी कई फैक्टर्स हो सकते हैं जो सर्वाइकल कैंसर के विकास में भूमिका निभाते हैं.
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण क्या होते हैं?
अनियमित मासिक धर्म: यह एक मुख्य लक्षण हो सकता है, जिसमें मासिक धर्म की अवधि या रक्तस्राव की मात्रा में बदलाव हो सकता है.
योनि से रक्तस्राव: सम्भवतः अधिकांश महिलाओं को योनि से असामान्य रक्तस्राव का अनुभव होता है, विशेष रूप से सेक्स के बाद या मासिक धर्म के बाद.
योनि के अनुपस्थिति: यह एक और सामान्य लक्षण है, जिसमें महिलाओं को योनि में कोई अनूठी दर्द या अस्वाभाविक संवेदना का अनुभव हो सकता है.
पेट के निचले हिस्से में दर्द: कुछ महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर के लक्षण के रूप में पेट के निचले हिस्से में दर्द का अनुभव हो सकता है.
अगर किसी महिला को ये लक्षण महसूस होते हैं, तो वह तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए और पूर्ण जांच करवानी चाहिए.
सर्वाइकल कैंसर का इलाज क्या है?
सर्जरी: सर्वाइकल कैंसर के प्रारंभिक चरणों में, चिकित्सक अक्सर ट्यूमर को हटाने के लिए सर्जरी का सुझाव देते हैं. इसके लिए कार्यक्रम के अनुसार या तो सर्वाइकल कैंसर के प्राथमिक चरणों में गर्भाशय के निकट ट्यूमरको हटा दिया जाता है या फिर पूरे गर्भाशय को हटा दिया जाता है.
रेडिएशन थेरेपी: सर्वाइकल कैंसर के इलाज के लिए रेडिएशन थेरेपी भी एक विकल्प हो सकता है. यह उन मरीजों के लिए उपयुक्त हो सकता है जिन्हें सर्जरी के लिए अनुकूल नहीं माना गया हो या जिन्हें सर्जरी कराने का कोई अन्य कारण हो.
कीमोथेरेपी: कई मामलों में, सर्वाइकल कैंसर के इलाज के रूप में कीमोथेरेपी का उपयोग किया जाता है, विशेष रूप से यदि कैंसर फैल गया हो है. यह दवाओं का उपयोग करके कैंसर को नष्ट करने के लिए किया जाता है.
दवाओं का उपयोग: कई विशेष दवाएं उपयोग की जाती हैं जो सर्वाइकल कैंसर के इलाज में मदद कर सकती हैं, जैसे कि टारगेटेड थेरेपी और इम्यूनोथेरेपी.
इन इलाजों को चिकित्सक के परामर्श और अनुशासन के तहत ही प्रारंभ किया जाना चाहिए. चिकित्सा परीक्षण और सही उपचार की दिशा में उन्हें निर्देशित किया जाना चाहिए.
Source : News Nation Bureau