कीमोथेरेपी एक चिकित्सा प्रक्रिया है जिसे अक्सर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में उपयोग किया जाता है. यह एक तकनीकी प्रक्रिया है जिसमें शरीर के किसी हिस्से में अनियमित ग्रोथ कर रहे कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए खास दवाओं का उपयोग किया जाता है. कीमोथेरेपी का मुख्य उद्देश्य अनियमित ग्रोथ कर रहे कोशिकाओं को मारना या कम करना है. यह इस तकनीक को कैंसर को शांत करने और बचाव के रूप में उपयोग करने में मदद करता है.
कीमोथेरेपी में विभिन्न दवाएं होती हैं, जो विभिन्न तरीकों से शरीर में पहुंचती हैं, जैसे कि इंजेक्शन, मुंह के माध्यम से, या इंफ्यूजन के रूप में. यह दवाएं ग्रोथ कर रहे कोशिकाओं को नष्ट करती हैं और कैंसर के खिलाफ लड़ाई में मदद कर सकती हैं, लेकिन इस प्रक्रिया के दौरान कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जैसे कि बालों का झड़ना, उल्टी, थकान, और बार-बार बुढ़ापे के लक्षण. इसे डॉक्टर की सलाह और निरीक्षण के तहत ही आयोजित किया जाता है, ताकि उपयोगकर्ता को सही मात्रा और सही समय पर मिले, और साइड इफेक्ट्स को संभाला जा सके. यहां कीमोथेरेपी की प्रक्रिया के कुछ मुख्य चरण हैं:
रोगी का मूल्यांकन:
कीमोथेरेपी शुरू होने से पहले, डॉक्टर रोगी का मूल्यांकन करते हैं. इसमें रोगी का सार्वजनिक और चिकित्सकीय इतिहास, लैब टेस्ट, और इमेजिंग टेस्ट्स शामिल हो सकते हैं.
ड्रग सिलेक्शन:
रोगी के कैंसर के प्रकार और स्थिति के आधार पर डॉक्टर उपयुक्त ड्रग्स का चयन करते हैं. यह ड्रग्स कैंसर कोशिकाओं के खिलाफ प्रभावी होते हैं.
डोज़ परीक्षण:
डॉक्टर ड्रग्स की सही मात्रा का निर्धारण करने के लिए रोगी को संशोधित डोज़ों पर परीक्षण करते हैं.
आवश्यक सामग्री की पहुंच:
चिकित्सा स्थल पर रोगी को ड्रग्स और अन्य आवश्यक सामग्रीयों की आपूर्ति की जाती है.
ड्रग्स का प्रवाह:
ड्रग्स को रोगी के शरीर में देने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है, जैसे कि इंजेक्शन, इंफ्यूजन, गोलियाँ, या मुख के माध्यम से.
चिकित्सा की अवधि:
कीमोथेरेपी की चिकित्सा की अवधि रोगी के कैंसर के प्रकार और स्थिति के आधार पर निर्धारित की जाती है. इसे कुछ सप्ताहों या महीनों तक किया जा सकता है.
नियामक:
चिकित्सा के दौरान, रोगी की हालत का निरीक्षण किया जाता है और उचित नियामक की जाती है. साइड इफेक्ट्स और अन्य चिकित्सा की स्थिति को मॉनिटर करने के लिए नियामक आयोजित किया जाता है.
यह सभी चरण कीमोथेरेपी के प्रक्रिया के हैं, लेकिन इसमें रोगी की व्यक्तिगत चिकित्सा योजना और उनके आधारभूत स्वास्थ्य की आवश्यकताओं के आधार पर भिन्नताएं हो सकती हैं.
Source : News Nation Bureau