Osteoporosis: ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें हड्डियां दुर्बल होती हैंऔर उसकी क्षमता कम हो जाती है, जिससे शरीर के हड्डियों के कमजोर होने और टूटने का खतरा बढ़ जाता है. यह एक तनाव देने वाली बीमारी है जो ज्यादातर बूढ़े और वयस्कों को प्रभावित करता है, लेकिन कई बार युवा भी इससे प्रभावित हो सकते हैं. ऑस्टियोपोरोसिस का मुख्य कारण हड्डियों में कैल्शियम और अन्य मिनरल्स की कमी होती है, जिससे हड्डियाँ कमजोर होती हैं और आसानी से टूट सकती हैं, इसके देखभाव और बचाव करने के लिए सही आहार, नियमित व्यायाम, और आवश्यक दवाओं का सही समय पर सेवन करना बेहद महत्वपूर्ण है. आइए जाने ऑस्टियोपोरोसिस के कारण:
कैल्शियम और विटामिन डी की कमी: यह एक मुख्य कारण है जो ऑस्टियोपोरोसिस को बढ़ाता है, क्योंकि इन दोनों के बिना हड्डियाँ सही तरह से नहीं बन सकतीं, इनकी कमी से हड्डियों को सही पोषण नहीं मिल पाका और ये कमजोर हो जाती है.
आयरन की कमी: आयरन की कमी भी हड्डियों को कमजोर बना सकती है.
यह भी पढ़े: Tips of Steroids: डॉक्टर की सलाह के बिना गलती से ना लें ये स्टेरॉयड, जानें इसके फायदे और नुकसान
अन्य स्थितियाँ: डायबीटीज, अस्थमा, और थाइराइड समस्याएं भी ऑस्टियोपोरोसिस का कारण बन सकती हैं.
ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षण:
हड्डियों में दर्द: ऑस्टियोपोरोसिस के रोगी हड्डियों में आम दर्द का अनुभव कर सकते हैं, लेकिन समय से इसका उपचार होने से ऑस्टियोपोरोसिस से होने वाले दिक्कतों को कम किया जा सकता है.
कमजोर हड्डियाँ: ऑस्टियोपोरोसिस से हड्डियां अंदर से खोखली होने लगती है, जिससे हड्डियाँ आसानी से टूट सकतीं हैं और यहां तक कि छोटे चोट में भी फ्रैक्चर हो सकता है.
यह भी पढ़े: Parkinson: पार्किंसंस क्या है, जानें इसके कारण, लक्षण और उपचार
गिरने की आशंका: ऑस्टियोपोरोसिस के रोगी गिरने की आशंका में रह सकते हैं क्योंकि उनकी हड्डियाँ कमजोर हो सकतीं हैं.
ऑस्टियोपोरोसिस का उपचार:
कैल्शियम और विटामिन डी की दवाएँ: इन दोनों के सप्लीमेंट्स का सेवन रोजाना किया जाता है, इससे हड्डियों को काम करने में ताकत मिलती है.
आहार में पोषण: ऑस्टियोपोरोसिस के रोगियों को पोषण से भरपूर आहार लेना चाहिए, जिसमें कैल्शियम, विटामिन डी, और प्रोटीन शामिल हो.
व्यायाम: उच्च इंटेंसिटी व्यायाम और वजन उठाना हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में मदद कर सकता है.
ऑस्टियोपोरोसिस को सही तरीके से नियंत्रित करने के लिए सही आहार, सप्लीमेंट्स, और व्यायाम जैसे संतुलित तरीके से उपचार की आवश्यकता है.
Source : News Nation Bureau