Overthinking : अति-चिंतन या ओवरथिंकिंग, एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति किसी भी बात को बार-बार सोचता है, उस पर ज़्यादा ध्यान देता है, और उससे चिंतित हो जाता है. यह चिंता इतनी बढ़ सकती है कि यह व्यक्ति के दैनिक जीवन को प्रभावित करने लगती है. यह भी ध्यान रखें कि ओवरथिंकिंग से निपटने के लिए एक ही तरीका सभी के लिए काम नहीं करता है. आपको अपने लिए सबसे अच्छा तरीका खोजने के लिए विभिन्न तरीकों का प्रयोग करना होगा.
क्या ओवरथिंकिंग एक बीमारी है?
चिंता विकार
अवसाद
अनुपस्थित रहना
अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं
ओवरथिंकिंग के कारण:
व्यक्तिगत स्वभाव: कुछ लोग दूसरों की तुलना में अधिक चिंतित स्वभाव के होते हैं.
तनावपूर्ण जीवन घटनाएं: नौकरी छूटना, किसी प्रियजन का खोना, या परीक्षा का तनाव,ओवरथिंकिंग का कारण बन सकते हैं.
नकारात्मक सोच: नकारात्मक विचारों में डूबे रहना ओवरथिंकिंग को बढ़ा सकता है.
अतीत या भविष्य के बारे में चिंता: अतीत की गलतियों या भविष्य की आशंकाओं पर बार-बार विचार करना ओवरथिंकिंग का कारण बन सकता है.
मनोवैज्ञानिक समस्याएं: चिंता विकार, अवसाद, और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं ओवरथिंकिंग का कारण बन सकती हैं.
ओवरथिंकिंग के लक्षण:
- किसी भी बात को बार-बार सोचना
- नकारात्मक विचारों में डूबे रहना
- चिंता और तनाव
- एकाग्रता में कमी
- निर्णय लेने में कठिनाई
- नींद की समस्याएं
- थकान
ओवरथिंकिंग का इलाज कई तरीकों से किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:
मनोचिकित्सा: मनोचिकित्सक आपको ओवरथिंकिंग के कारणों को समझने और इससे निपटने के तरीके सिखा सकते हैं.
दवाएं: कुछ मामलों में, डॉक्टर चिंता और अवसाद को कम करने के लिए दवाएं लिख सकते हैं.
जीवनशैली में बदलाव: नियमित व्यायाम, स्वस्थ भोजन, और पर्याप्त नींद ओवरथिंकिंग को कम करने में मदद कर सकते हैं.
ध्यान और योग: ध्यान और योग तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकते हैं.
आत्म-देखभाल: अपने आप को समय देना, आराम करना, और अपनी पसंद की गतिविधियों में शामिल होना ओवरथिंकिंग को कम करने में मदद कर सकता है.
ओवरथिंकिंग से बचने के लिए कुछ टिप्स:
अपने विचारों पर ध्यान दें: जब आप ओवरथिंकिंग करते हुए महसूस करें, तो अपने विचारों पर ध्यान दें और उन्हें चुनौती दें.
वर्तमान क्षण में रहें: अतीत या भविष्य के बारे में चिंता करने के बजाय, वर्तमान क्षण पर ध्यान केंद्रित करें.
अपनी भावनाओं को व्यक्त करें: अपनी भावनाओं को दबाने के बजाय, उन्हें स्वस्थ तरीके से व्यक्त करें.
अपने आप को स्वीकार करें: अपनी कमियों को स्वीकार करें और खुद को क्षमा करें.
मदद लें: यदि ओवरथिंकिंग आपके दैनिक जीवन को प्रभावित कर रहा है, तो किसी मनोचिकित्सक या अन्य मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से मदद लें.
यह लेख केवल जानकारी के लिए है. यदि आपको ओवरथिंकिंग की समस्या है, तो किसी मनोचिकित्सक या अन्य मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से सलाह लेनी चाहिए.
Source : News Nation Bureau