Probiotic Food Benefits: भागदौड़ भरी जिंदगी में हम काम में इतना ज्यादा व्यस्त हो जाते हैं कि अपनी सेहत पर ही ध्यान नहीं दे पाते हैं. कई बार तो हमें दो वक्त रोटी खाना का भी वक्त नहीं मिलता. ऐसे में धीरे-धीरे हमारी सेहत पर बुरा असर पड़ना शुरू हो जाता है. कम उम्र में बड़ी बीमारियां भी घर कर लेती हैं. लेकिन अगर थोड़ा सा ध्यान सही वक्त और सही भोज्य पदार्थों पर दे दिया जाए तो ना सिर्फ आपकी सेहत बेहतर होगी बल्कि जिंदगी लंबी भी हो जाएगी. अपनी सेहत को सही रखना हो तो डायट में प्रोबायोटिक फूड को शामिल कर लें. आइए जानते हैं क्या होते हैं प्रोबायोटिक फूड, इनके फायदे और इनके प्रकार.
क्या होते हैं प्रोबायोटिक फूड
प्रोबायोटिक फूड एक विशेष प्रकार के आहार है जिसमें फाइबर प्रचूर मात्रा में होता है. इसके साथ ही इनमें बैक्टेरिया भी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं. जो आपके पेट में बेनिफिशियल होते हैं. ये जीवाणु सेहतमंद आंतरिक फ्लोरा को बनाए रखने में मदद करते हैं. इसके साथ ही पाचन प्रक्रिया को सुधारने में भी सहायक होते हैं.
ये हैं प्रोबयोटिक फूड जिन्हें डायट में करें शामिल
1. दही
दही या दही से बने उत्पाद प्रमुख प्रोबायोटिक्स स्रोत होते हैं जो आपके पेट के बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं और सेहतमंद पाचन प्रक्रिया को बनाए रखने में मदद करते हैं.
2. अनानास:
अनानास में भी प्रोबायोटिक्स होते हैं जो आंतरिक फ्लोरा को सुधारने में मदद करते हैं. इससे ना सिर्फ हमारी पाचनशक्ति मजबूत होती है बल्कि पेट से जुड़ी समस्याओं से भी राहत मिलती है. कहते हैं पेट सही तो हर रोग दफा.
3. बनाना या केला
केला आमतौर पर लोगों को काफी पसंद होता है, लेकिन इससे कुछ लोगों को कफ बढ़ने की समस्या होती है, जिसकी वजह से लोग सेवन नहीं करते हैं. लेकिन बनाना भी एक प्रकार का प्रोबायोटिक फूड है, जो पाचन से संबंधित समस्याओं में मदद करता है.
4. ऑट्स
ऑट्स में प्रोबायोटिक्स पाए जाते हैं जो पेट को स्वास्थ्य रखने में मदद करता है. इसे आप दूध या अन्य तरीकों से खा सकते हैं. इसके चीले भी बनते हैं और इसकी सब्जी भी बना सकते हैं.
5. गाजर:
गाजर में भी प्रोबायोटिक्स होते हैं. सर्दियों का सीजन गाजर के लिए काफी अच्छा सीजन माना जाता है. इस दौरान बड़ी मात्रा में गाजर बाजार में उपब्ध होती है. गाजर को आप सलाद से लेकर सब्जियों और हलवे के तौर पर भी खा सकते हैं. गाजर भी पाचन को सुधारने में सहायक होती है.
6. सौरक्रिय द्रव्य:
छाछ, नमकीन लस्सी और सौरक्रिय द्रव्य में भी प्रोबायोटिक्स हो सकते हैं. ये पेय पदार्थ पेट को स्वस्थ्य बनाए रखने में मदद कर सकते हैं.
7. किशमिश:
किशमिश में भी प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो पाचन को सुधारने में मदद कर सकते हैं. प्रोबायोटिक फूड नियमित रूप से सेवन करना आपके पेट की सेहत को बनाए रखने में मदद कर सकता है और स्वस्थ जीवनशैली का हिस्सा बना सकता है.
Source : News Nation Bureau