What is Varicose Veins: क्या आपने कभी गौर किया है कि, शरीर के विभिन्न अंगों की नसें उभरी और गहरी नीली नजर आती हैं? दरअसल ये एक गंभीर बीमारी है, जिसे वेरिकोज वेन्स (Varicose Veins) के तौर पर पहचाना जाता है. इसे लोग अक्सर आपकी और हमारी तरह नजरअंदाज कर देते हैं. असल में इस बीमारी में शरीरी के कुछ हिस्से, जैसे हाथ, पैर, टखने और पंजों के आस-पास की नसें नीली रंग की नजर आने लगती है. इसी वजह से ये सामान्य नसों की तुलना में अधिक दिखाई पड़ती है. चलिए जानते हैं ऐसा क्यों होता है...
असल में वेरिकोज वेन्स या नसों का नीला पड़ना, गंभीर बीमारी के लक्षण हैं. ये परिस्थिति तब उत्पन्न होती है, जब नसों में सही तरह से ब्लड सर्कुलेशन नहीं हो पाता है, जिसके बाद ही आपको शरीर के अलग-अलग हिस्सों में नसों में नीलापन नजर आएगा.
वेरीकोज वेन्स कैसे बनती हैं (How Varicose Veins Develop)
शरीर में मौजूद 3 से 5 वॉल्व, पैरों के ब्लड को शरीर के ऊपरी हिस्से में पहुंचाने का काम करते हैं. जब यहीं वॉल्व किसी वजह से काम करना बंद कर देते हैं, तो ब्लड ऊपर न पहुंचकर नसों में ही जमा होने लगता है. इससे धीरे-धीरे कर नसें फूल जाती हैं और कमजोर पड़ने लगती है. इसी वेरिकोज वेन्स से त्वचा के अंदर गुच्छा बन जाता है, जो स्पाइडर वेन्स (Spider Veins) कहलाता है.
क्या है वेरीकोज वेन्स की वजह (Varicose Veins Reasons)
वेरिकोज वेन्स तमाम कारणों से हो सकता है. इनमें मोटापा, लंबे समय तक बैठे या खड़े रहना, ज्यादा टाइट जीन्स पहनना, ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव आदि शामिल हैं. महिलाओं में वेरिकोज वेन्स पीरियड्स की वजह से भी होता है. कई लोगों में ये फूड या एलोपैथिक दवाओं के रिएक्शन से भी देखा गया है.
वेरीकोज वेन्स के क्या लक्षण हैं (Varicose Veins Symptoms)
वेरिकोज वेन्स की परिस्थिति में आपको शरीर में कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे, जिसके आधार पर आप इस बीमारी का पता लगा सकते हैं. इन लक्षणों में शामिल हैं, नसों का नीला-बैंगनी पड़ना, बैठने-खड़े होने पर दर्द होना, नसों के पास खुजली होना और पैरों में लगातार दर्द होना. साथ ही कुछ परिस्थितियों में मांसपेशियों में ऐंठन और जलन और नसों में फूलना-मुड़ जाना भी शामिल हैं.
वेरीकोज वेन्स का क्या है इलाज (Varicose Veins Treatment)
इस तरह की बीमारी से घबराने की जरूरत नहीं है, इसमें इलाज संभव है. दरअसल वेरिकोज वेन्स से राहत पाने के लिए डेली वर्कआउट करें, साथ ही सबसे पहले वजन कम करने पर ध्यान धें. आपको अपनी डाइट का भी ख्याल रखना है, इसलिए फाइबर रिच डाइट खाएं और सोने के दौरान अपने पैरों को थोड़ा ऊपर रख कर सोएं. साथ ही साथ, डॉक्टर से सलाह-मश्वरा लेते रहें.
इस खबर में हमने आपको आसान भाषा में इस मुश्किल बीमारी को (Varicose Veins in Hindi) समझाने की कोशिशि की है. साथ ही Varicose Veins Cause और Varicose Veins Pain के बारे में भी बताया है. लिहाजा ऐसी किसी भी शिकायत पर फौरन डॉक्टर को दिखाएं.
Source : News Nation Bureau