आधुनिक जीवनशैली में बढ़ते दिनचर्या, अधिक स्क्रीन टाइम, और प्रदूषण के कारण आंखों की रोशनी कम हो जाना एक सामान्य समस्या हो गई है. यह समस्या न केवल बच्चों में बल्कि वयस्कों में भी देखी जा रही है. इस लेख में, हम आंखों की रोशनी कम होने पर क्या करें उसके बारे में चर्चा करेंगे. आंखें हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग हैं जो हमें दुनिया को देखने की क्षमता प्रदान करते हैं. अगर हमारी आंखों की रोशनी कम होती है, तो इससे हमारी दैनिक जीवन और कार्यक्षमता पर असर पड़ता है. इस लेख में, हम जानेंगे कि आंखों की रोशनी कम होने पर हम क्या कर सकते हैं और इसे बचाने और बढ़ाने के लिए कौन-कौन से उपाय हैं.
क्यों होती है आंखों की रोशनी कम?
आंखों की रोशनी कम होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि लंबी समय तक लेखन करना, धूप में बहुत समय बिताना, स्क्रीनों का अधिक इस्तेमाल, विटामिन डी की कमी, खाने में पोषक तत्वों की कमी, और अन्य बीमारियां.
आंखों की रोशनी कम होने के लक्षण
आंखों की रोशनी कम होने के लक्षण में चश्मा लगाने की आवश्यकता, आंखों में जलन और खुजली, दिन के अंत में धूप में दिखाई देना, या रात को दिखाई कम होना शामिल हो सकते हैं.
आंखों की रोशनी कम होने पर क्या करें?
अच्छा आहार: आंखों के लिए भरपूर पोषणवाले आहार का सेवन करें. खासकर, संतरे, गाजर, शलजम, बैंगन, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, मछली, अंडे, और मुर्गे का सेवन करें.
नियमित आंखों का व्यायाम: आंखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए नियमित आंखों का व्यायाम करें. इसमें आंखों की आंधी की भरपूर सांसें, आंखों की गोलाई को घुमाना, और पालटाव के व्यायाम शामिल हैं.
धूप से बचाव: धूप में बहुत समय न बिताएं और आंखों को धूप की दिक्कत से बचाएं.
विटामिन डी का सेवन: विटामिन डी की कमी भी आंखों की समस्याओं का कारण बन सकती है, इसलिए इसे पूरा करने के लिए नियमित धूप और खाद्य में विटामिन डी की योग्य मात्रा लें.
स्क्रीन का इस्तेमाल: लंबे समय तक स्क्रीन का इस्तेमाल करने से परहेज करें और नियमित अवकाश के दौरान आंखों को आराम दें.
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Source : News Nation Bureau