Cancer test : कैंसर से बचाव के लिए समय-समय पर कौन से मेडिकल टेस्ट करवाने चाहिए?

कैंसर को एक खतरनाम बीमारी है. जिसका कम ही इलाज हो पाता है. यह रोग है शरीर के विभिन्न भागों में अनियमित रूप से बढ़ता है. चलिए जानते हैं कि समय-समय पर कैंसर की टेस्ट कैसे करवाएं.

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Roshni Singh
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Cancer test Tips

कैंसर से बचाव के लिए समय-समय पर कौन से मेडिकल टेस्ट करवाने चाहिए?( Photo Credit : Social Media)

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Cancer Tests Tips : कैंसर एक गंभीर और असामान्य रूप से विकसित होने वाला रोग है जो शरीर के विभिन्न भागों में अनियमित रूप से बढ़ता है. यह अक्सर असमय मृत्यु का कारण बन सकता है और विभिन्न कारणों से उत्पन्न हो सकता है, जैसे कि अनियमित रक्तचाप, आहार, जीवन शैली की असमय मौद्रिकीय आदतें, या आनुवंशिक रूप से उत्पन्न होने वाले वायरस और बैक्टीरिया. कैंसर उत्पन्न होता है जब शरीर के सामान्य क्षमता के बावजूद किसी शारीरिक कोशिका में अनियमित रूप से विकसित होता है, जिससे तत्परता और नियंत्रण हानि होती है. इस असामान्य विकास के परिणामस्वरूप, एक या एक से अधिक गांठें (ट्यूमर) शरीर के अंदर बनती हैं जो दूसरे भागों में फैल सकती हैं. कैंसर के कई प्रकार होते हैं, जैसे कि स्तन, फेफड़े, गर्भाशय, लिवर, प्रोस्टेट, और मानव प्रणाली में कई अन्य भागों में. इसका उपचार व्यक्ति के शरीर के स्थिति, कैंसर के प्रकार, और विकास के स्तर पर निर्भर करता है और विभिन्न तकनीकों का उपयोग करता है, जैसे कि छिद्र और रेडिएशन थेरेपी, ऑपरेटिव प्रक्रियाएं, और कीमोथेरेपी.

कैंसर को पहचानने में समय-समय पर मेडिकल टेस्ट बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. ये टेस्ट सामान्यत: व्यक्ति के आयु, लाइफस्टाइल, और उनके स्वास्थ्य इतिहास पर निर्भर करते हैं. तो आइए जानते हैं कि आप कैंसर के खतरे से बचने के लिए कौन से टेस्ट समय से करवा सकते हैं.

स्क्रीनिंग टेस्ट:

मैमोग्राम (Mammogram): महिलाओं के लिए स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए किया जाने वाला एक एक्सरे-रे टेस्ट है.

पीपीटी (Pap Smear): यह गर्भाशय कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए होने वाला एक टेस्ट है, विशेषकर महिलाओं के लिए.

ब्लड टेस्ट:

सीए 125 (CA 125): यह टेस्ट गर्भाशय कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए किया जा सकता है.

पीएसए (Prostate-Specific Antigen): पुरुषों के लिए प्रोस्टेट कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए किया जा सकता है. 

इमेजिंग टेस्ट:

सीटी स्कैन (CT Scan): यह अंगों की तस्वीरें बनाने के लिए किया जा सकता है और कैंसर के बड़े रूपों को पहचानने में मदद कर सकता है. 

मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (MRI): इससे शरीर के आंतरिक हिस्सों की अधिक सुगम तस्वीरें मिलती हैं. 

जेनेटिक टेस्टिंग:

जेनेटिक स्क्रीनिंग: यदि परिवार में कैंसर का इतिहास है, तो जेनेटिक स्क्रीनिंग किया जा सकता है ताकि व्यक्ति की जेनेटिक प्रवृत्ति को जाना जा सके. 

यहां दी गई जानकारी सामान्य सुझाव है, और हर व्यक्ति की स्वास्थ्य आधारित अलग होती है। इसलिए, कैंसर से बचाव के लिए व्यक्तिगत चिकित्सक से सलाह लेना हमेशा बेहतर है. 

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