मंकीपॉक्स जिसको लेकर अब तक हम सिर्फ खबरों में सुन रहे थे, जो 78 देशों में कहर बरपा चुका है. जिसके लिए डब्ल्यूएचओ ने अलर्ट जारी कर दिया है . अब इस बार इसकी एंट्री भारत में भी हो चुकी है. भारत में अब तक कुल मिलाकर 4 मामले सामने आ चुके हैं. मंत्रालय ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों सहित आम जनता को भी अलर्ट रहने के लिए कहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबित मंकीपॅाक्स को हल्के में लेने की बिल्कुल जरूरत नहीं है. क्योंकि ये एक बहुत ही खतरनाक और जानलेवा बीमारी है. इसको फैलने के भी कई कारण डब्ल्यूएचओ ने बताए हैं. आइये जानते हैं आखिर मंकीपॅाक्स को आम आदमी कैसे पहचानें?
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कैसे पहचाने मंकीपॉक्स के लक्षणों को ?
मंकीपॅाक्स को निम्न लक्षणों से पहचाना जा सकता है. जैसे तेज बुखार आना, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, ठंड लगना , थकावट, त्वचा का फटना, शरीर में रैशेज, गला खराब होना, बार बार खांसी आना, सुस्ती आना , खुजली की समस्या आदि लक्षण इसके मुख्य हैं. चिकित्सकों के मुताबिक संक्रमित के संपर्क में आने से बचें, मरीज को छूने से बचें, जानवरों से दूर रहे इनसे भी खतरा है, पालतू जानवर संक्रमित है तो 30 दिन क्वॉरेंटीन रखें, मीट को अच्छे से पका कर ही खाएं खतरा कम होगा, साफ सफाई का ख्याल रखें साबुन से हाथ धोते रहें,
डरे नहीं ,ये करें
आशंका होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं, घर पर आराम करें और पानी ज्यादा से ज्यादा पिएं, हल्का खाना खाए और ढीले कपड़े पहन कर रहे, दानों से तरल पदार्थ निकल रहा हो तो कॉटन से साफ करें, अगर बुखार जैसा लग रहा है तो नहाने से परहेज करें. आपको बता दें कि जैसे ही मंकीपॅक्स की संख्या भारत में 1 से 4 हुई है. वैसे ही स्वास्थ्य विभाग के भी हाथ पांव फूलने शुरू हो गए हैं. विभाग भी अपनी ओर से जनता को जागरुक करने के लिए कार्यक्रम चला रहा है.