WHO Warns against Dangerous Cough Syrup made by Indian Company: अफ्रीकी देश गाम्बिया में करीब 5 दर्जन ऐसे बच्चों की पहचान हुई है, जिन्हें खासी-जुकाम बुखार की सामान्य सी परेशानियां थी. लेकिन एक खास तरह के सीरप पीकर उनकी परेशानियां बढ़ गई और उनकी मौत हो गई. खुद डब्ल्यूएचओ ने भी ये बात स्वीकार की है. समस्या की बात ये है कि इस तरह के 4 कफ सीरफ की पहचान हुई है, जो एक भारतीय कंपनी बनाती है. ये कफ सीरप हरियाणा में बनाए जाते हैं और अब भारत की बदनामी की वजह बन रहे हैं. डब्ल्यूएचओ ने बाकायदा अपील की है कि इस कफ सीरप का इस्तेमाल बिल्कुल न किया जाए, क्योंकि ये 'खतरनाक' है.
इन खतरनाक दवाइयों की हुई पहचान
डब्ल्यूएचओ ने गाम्बिया में अभी प्रोमेथाजिन ओरल सॉल्यूशन (Promethazine Oral Solution), कोफेक्समालिन बेबी कफ सिरप (Kofexmalin Baby Cough Syrup), मैकॉफ बेबी कफ सिरप (Makoff Baby Cough Syrup) और मैग्रीप एन कोल्ड सिरप (Magrip N Cold Syrup) नाम के कफ सीरपों की पहचान की है. ये कफ सीरप खुले मार्केट में और सही तरीके से नहीं बेचे जा रहे हैं और न ही इसके लिए डब्ल्यूएचओ की किसी एजेंसी से परमिशन ली गई है. ऐसे में डब्ल्यूएचओ ने सभी डिस्ट्रीब्यूटर्स से अपील की है कि वो इस दवा को आगे न बढ़ाएं. बल्कि इस दवा के फैलाव को ब्लॉक करें.
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मैडन फार्मास्यूटिकल नाम की कंपनी बनाती है दवा
डब्ल्यूएचओ ने जिन सीरप की पहचान की है, उनका निर्माण हरियाणा में किया जाता है. इन सीरप को बनाने वाली कंपनी एक ही है और उसका नाम है मैडन फार्मास्यूटिकल (Maiden Pharmaceuticals). इस कंपनी का कार्यालय दिल्ली में है. डब्ल्यूएचओ ने बताया है कि इस तरह से सीरप से बच्चों में किडनी की समस्याएं देखी गई हैं, जिसकी वजह से अब तक कंफर्म 66 बच्चों की मौत अकेले जाम्बिया में हुई है. ये सीरप किसी अन्य जगह पर पहुंचे हों, तो वहां भी इस तरह की मौतें होने की आशंका है.
HIGHLIGHTS
- डब्ल्यूएचओ ने 4 कफ सीरप को लेकर जारी किया अलर्ट
- भारत में है इन सीरप को बनाने वाली कंपनी
- अब तक 66 बच्चों की हो चुकी है मौत
Source : News Nation Bureau