मां बनने का एहसास जिंदगी का सबसे खूबसूरत एहसास होता है... मगर जब एक महिला शिशु को जन्म देती है, तो वो बेहद कमजोर हो जाती है. ऐसे में अक्सर उसके घर-परिवार वाले उसे डिलिवरी के बाद 40 दिन का आराम करने के लिए कहते हैं. साथ ही इस दौरान डाइट का भी खूब ख्याल रखना होता है, जिससे अभी-अभी मां बनी महिला का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है. इसलिए चलिए इस खबर में जानें आखिर डिलीवरी के बाद मां के लिए क्यों जरूरी है 40 दिनों तक आराम...
क्यों 40 दिनों का आराम:
- शारीरिक पुनर्निर्माण: डिलीवरी के बाद महिला के शारीर में होने वाले बड़े परिवर्तन के लिए समय चाहिए. गर्भाशय की स्थिति, रक्तशोधन, और अन्य शारीरिक प्रक्रियाएं 40 दिनों तक चलती रहती हैं.
- हॉर्मोनल स्तर का संतुलन: प्रसूति के बाद महिला के हॉर्मोनल स्तर में भी बदलाव होता है, और इसमें समय लगता है कि शरीर पूरी तरह से स्थिर हो जाए.
- आत्म-देखभाल और रात्रि निद्रा: 40 दिनों का आराम महिला को आत्म-देखभाल और पूर्ण रात्रि निद्रा का समय देता है, जिससे उसे फिजिकल और मेंटल रिकवरी हो सके.
- शिशु की देखभाल: इस समय में महिला अपने नए शिशु की देखभाल करने में समर्थ होती है और उसके साथ बंधन बनाने का समय मिलता है.
आराम के दौरान क्या करें:
- आहार: सही पोषण के लिए स्वस्थ आहार लेना महत्वपूर्ण है. 40 दिनों तक महिला जो भी खाती है उससे शरीर में जान आती है और शिशु को जो दूध मिलता है उसमें भरपूर पोषण तत्त्व होते हैं जो नवजात शिशु के लिए बेहद जरूरी होते हैं.
- व्यायाम: आसान व्यायाम जैसे कि पैदल चलना और योगा से शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखना उचित है. डिलिवरी के बाद जो महिला एक्टिव नहीं रहती उन्हें बाद में परेशानी झेलनी पड़ती है.
- रात की नींद: पूरी रात की नींद लेना शरीर की पूरी तरह से पुनर्निर्माण को सहारा देता है. डिलिवरी के बाद महिला जितनी अच्छी नींद लेती है उतना ही जल्द रिकवर कर पाती है.
- मानसिक समर्थन: परिवार और दोस्तों का समर्थन प्रदान करना भी महत्वपूर्ण है. अगर सब लोग महिला को स्पोर्ट करते हैं तो उसे तनाव नहीं होता और पोस्ट डिलिवरी डिप्रेशन नहीं होता.
इस तरह, प्रसूति संबंधित 40 दिनों का आराम महिला को न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है बल्कि उसे नए मातृभावना के साथ मातृत्व की शौर्य भी प्रदान करता है.
Source : News Nation Bureau