इस धरती पर जिसने भी जन्म लिया है उसे दिन में एक बार थककर सोना ही पड़ता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब हम सोते हैं तो हमें राहत क्यों मिलती है? ये एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब हर किसी के पास नहीं होगा. अगर हम किसी से पूछें भी कि ऐसा क्यों होता है तो उनका जवाब होगा कि हमें राहत मिलती है. तो हमने इस सवाल का सटीक जवाब ढूंढ लिया है और हम आपको बताएंगे कि सोने के बाद हमें राहत क्यों मिलती है. हमने देखा है कि जब हम सभी थक जाते हैं तो हमें नींद आने लगती है लेकिन हम थके होने पर ही क्यों सोते हैं? क्या इसके पीछे कोई साइंस है?
सोने से आराम क्यों मिलता है?
सोने पर आराम मिलने के कई कारण हो सकते हैं, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित होते हैं. यहां कुछ मुख्य कारण दिए गए हैं. जो आपके जानकारी को दुरस्त कर सकता है. अगर हम सोते हैं तो मानसिक शांति मिलती है. सोने से पहले एक वेब की गति और दिनभर के तनाव को कम करने के लिए समय बिताना दिमाग को शांत बनाए रखने में मदद करता है. साथ ही शारीरिक आराम भी मिलती है. सही वाइब्रेशन, बेड और गद्दी की चयन, और अच्छी शैली के साथ सोने से, शारीरिक आराम मिलता है जिससे सुबह उठने के बाद आपका शारीर पुनर्जीवित होता है.
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सोने पर मशीनरी धीरे-धीरे काम करता है?
जब हम सोते हैं, हमारे शारीर की कई प्रक्रियाएं शांत हो जाती हैं. उदाहरण के लिए, हृदय दर कम हो जाती है, श्वास लेने की गति धीमी हो जाती है, और मांसपेशियों का तंतुस्तर कम हो जाता है, जिससे शरीर विश्राम पाता है. यानी यूं समझ लीजिए कि जब आप काम करते हैं कि तो आपकी बॉडी की पूरी मशीनरी चलती रहती है. ऐसे में जैसे ही बेड पर जाते हैं तो ये मशीन एकदम स्लो हो जाता है और आराम के मुद्रा में चला जाता है. जिसे हमारे शरीर को आराम मिलता है.
इसके अलावा नियमित समय पर सोना और उठना एक स्वस्थ निद्रा पैटर्न को बना सकता है, जिससे आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को लाभ हो सकता है. साथ ही सोने का सही समय आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. सही निद्रा, शारीरिक रिस्टोरेशन, मानसिक तंतुस्तर, और सामाजिक दृष्टि से जुड़ी समस्याएं कम हो सकती हैं.
Source : News Nation Bureau