Why Does Diabetes Occur : डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर रक्त शर्करा (ग्लूकोज) को ठीक से नियंत्रित नहीं कर पाता है. रक्त शर्करा शरीर के लिए ऊर्जा का मुख्य स्रोत है. यह भोजन से आता है और इंसुलिन की मदद से कोशिकाओं में प्रवेश करता है. इंसुलिन एक हार्मोन है जो अग्न्याशय (पैंक्रियाज) द्वारा बनाया जाता है. डायबिटीज के दो मुख्य प्रकार होते हैं. टाइप 1 डायबिटीज, यह तब होता है जब शरीर पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है. यह प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा अग्न्याशय की कोशिकाओं को नष्ट करने के कारण होता है. टाइप 1 डायबिटीज आमतौर पर बच्चों और युवा वयस्कों में होता है. टाइप 2 डायबिटीज, यह तब होता है जब शरीर इंसुलिन का ठीक से उपयोग नहीं कर पाता है. इसे इंसुलिन प्रतिरोध कहा जाता है. टाइप 2 डायबिटीज आमतौर पर वयस्कों में होता है, लेकिन यह बच्चों और किशोरों में भी हो सकता है. डायबिटीज के कुछ अन्य प्रकार भी होते हैं, जैसे कि गर्भावधि मधुमेह, जो गर्भवती महिलाओं में होता है.
डायबिटीज के कुछ प्रमुख कारण हैं:
जेनेटिक : यदि आपके परिवार में डायबिटीज का इतिहास है, तो आपको डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है.
मोटापा : मोटापा टाइप 2 डायबिटीज के लिए सबसे बड़ा जोखिम कारक है.
शारीरिक निष्क्रियता : नियमित व्यायाम न करने से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है.
असंतुलित आहार : असंतुलित आहार, जिसमें बहुत अधिक चीनी और वसा होता है, टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकता है.
उम्र : टाइप 2 डायबिटीज का खतरा उम्र के साथ बढ़ता जाता है.
धूम्रपान : धूम्रपान टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकता है.
उच्च रक्तचाप : उच्च रक्तचाप टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकता है.
उच्च कोलेस्ट्रॉल : उच्च कोलेस्ट्रॉल टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकता है.
डायबिटीज के कुछ लक्षण हैं:
अत्यधिक प्यास लगना: बार-बार प्यास लगना डायबिटीज का एक आम लक्षण है. बार-बार पेशाब आना डायबिटीज का एक आम लक्षण है, खासकर रात में. डायबिटीज के मरीजों को अक्सर बहुत भूख लगती है. डायबिटीज के मरीजों को अक्सर दृष्टि में धुंधलापन या अन्य समस्याएं होती हैं. डायबिटीज के मरीजों को अक्सर थकान और कमजोरी महसूस होती है. डायबिटीज के मरीजों में घाव धीरे-धीरे भरते हैं. डायबिटीज के मरीजों का अक्सर बिना कोशिश किए ही वजन कम हो जाता है. डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इसे नियंत्रित किया जा सकता है. स्वस्थ जीवनशैली और दवाओं के माध्यम से, डायबिटीज के मरीज लंबे और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं.
डायबटीज के बाद इन बीमारियों से रहें सावधान
हृदय रोग: डायबिटीज एवं मधुमेह रोगी को हृदय रोग के खतरे का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि उनके लिए हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है.
आंखों की समस्याएं: डायबिटीज के मरीजों को आंखों की समस्याओं का खतरा होता है, जैसे कि डायबिटिक रेटिनोपैथी और कैटरैक्ट.
किडनी रोग: डायबिटीज के रोगी को किडनी रोग के लिए भी सावधान रहना चाहिए, क्योंकि डायबिटीज से किडनी में नुकसान हो सकता है.
पैरों की समस्याएं: डायबिटिक्स को पैरों की समस्याओं का खतरा होता है, जैसे कि उल्टी छाले और नसों की समस्याएँ.
उच्च रक्तचाप: डायबिटीज के मरीजों को उच्च रक्तचाप की समस्या का खतरा होता है, इसलिए नियमित रक्तचाप की जाँच करानी चाहिए.
Source : News Nation Bureau