गर्भवती महिलाओं में एनीमिया एक सामान्य स्थिति है जिसमें उनके रक्त में हेमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाती है। यह एक गंभीर स्थिति हो सकती है जो गर्भवती महिलाओं और उनके शिशु के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। एनीमिया के कुछ सामान्य कारणों में शामिल हैं. खानपान में पोषक तत्वों की कमी, विटामिन बी-१२ और फोलिक एसिड की कमी, और रक्त की हानिकारक निर्माण प्रक्रिया में अवरोध. गर्भवती महिलाओं में एनीमिया के लक्षण शामिल हो सकते हैं: थकान, सुस्ती, छक्कर आना, सांस की तकलीफ, चक्कर आना, और हृदय धड़कन में तेजी. गर्भवती महिलाओं को एनीमिया को दूर करने के लिए उन्हें पोषक भोजन, उपयुक्त विटामिन और फोलिक एसिड की गोलियां, और डॉक्टर की सलाह द्वारा उपचार कराना चाहिए। इससे उनके और उनके शिशु के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखा जा सकता है। गर्भवती महिलाओं में एनीमिया होने के कई कारण होते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
1. आयरन की कमी: गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं को अपने बढ़ते बच्चे और प्लेसेंटा को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति करने के लिए अधिक आयरन की आवश्यकता होती है। यदि महिला के आहार में पर्याप्त आयरन नहीं होता है, तो उसे एनीमिया हो सकता है।
2. रक्त की कमी: गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं के रक्त की मात्रा लगभग 50% बढ़ जाती है। यदि महिला को पहले से ही एनीमिया है, तो यह रक्त की मात्रा में वृद्धि उसकी स्थिति को और खराब कर सकती है।
3. जुड़वां या अधिक गर्भधारण: यदि महिला एक से अधिक बच्चों को जन्म दे रही है, तो उसे अधिक आयरन और अन्य पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जिससे एनीमिया होने का खतरा बढ़ जाता है।
4. खराब आहार: यदि महिला का आहार पौष्टिक नहीं है, तो उसे एनीमिया होने का खतरा बढ़ जाता है।
5. मलेरिया या हुकवर्म संक्रमण: मलेरिया और हुकवर्म संक्रमण भी एनीमिया का कारण बन सकते हैं, जो गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से खतरनाक हो सकते हैं।
गर्भावस्था में एनीमिया के लक्षण: थकान, कमजोरी, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, सिरदर्द, पीलापन, ठंड लगना, दिल की धड़कन तेज होना
गर्भावस्था में एनीमिया के खतरे: समय से पहले जन्म, कम जन्म वजन, जन्म के समय मृत्यु, मातृ मृत्यु
गर्भावस्था में एनीमिया की रोकथाम
पौष्टिक आहार का सेवन: आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, फलियां, मांस, मछली और अंडे का सेवन करें।
आयरन सप्लीमेंट: डॉक्टर की सलाह से आयरन सप्लीमेंट लें।
नियमित रूप से व्यायाम करें।
मलेरिया और हुकवर्म संक्रमण से बचाव करें।
गर्भावस्था में एनीमिया का इलाज: गर्भावस्था में एनीमिया का इलाज आमतौर पर आयरन सप्लीमेंट और पौष्टिक आहार से किया जाता है। गंभीर मामलों में, रक्त आधान की आवश्यकता हो सकती है। गर्भावती महिलाओं को एनीमिया से बचाव के लिए डॉक्टर से नियमित रूप से जांच करानी चाहिए और डॉक्टर की सलाह का पालन करना चाहिए।
Source : News Nation Bureau