आम तौर पर महिलाओं के जीवन में पुरुषों से ज्यादा परेशानियां होती हैं. महिलाओं की दिनचर्या भी पुरुषों के मुकाबले अधिक तनावपूर्ण होती है. ऐसे में महिलाओं को जिन सामान्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, वे हैं अनियमित पीरियड्स(irregular periods), मासिक धर्म में दर्द (menstrual pain), मासिक धर्म से पहले का दर्द, मुंहासे(acne) , और भी बहुत कुछ. समस्याओं के लिए एलोपैथिक दवाएं (allopathic medicines) तो उपलब्ध हैं ही, लेकिन बहुत अधिक दर्द निवारक दवाओं का उपयोग करना स्वस्थ के लिए बेहद हानिकारक होता है. ऐसा कहा जाता है कि मासिक धर्म में होने वाले पेट दर्द के लिए दवाएं नहीं खाना चाहिए.
इसके लिए आयुर्वेदिक उपचार लेना ही बेहतर होता है जो न केवल मेंस्ट्रुअल साइकिल को नियंत्रण में रखता है बल्कि महिलाओं की इन आम समस्याओं को भी रोक सकता है. आइए एक नजर डालते हैं कुछ ऐसी जड़ी-बूटियों पर जो महिलाओं के दर्द और परेशानी को कम कर सकती हैं.
दर्दनाक माहवारी के लिए आयुर्वेद उपचार
मासिक धर्म के दिनों में सभी महिलाओं को अलग-अलग तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. लेकिन इस दौरान महिलाओं को होने वाली कुछ समस्याएं सामान्य हैं जैसे- जी मिचलाना, थकान, ऐंठन, कब्ज, सूजन और उलटी आदि. इसके लिए कुछ दैनिक जीवनशैली में बदलाव आपके लिए लाभकारी हो सकता है. इसके लिए आपको शारीरिक रूप से सक्रिय रहना होगा और व्यायाम करना होगा.
यह भी पढ़ें : Zodiac Signs: भूतों में विश्वास करती हैं ये राशियां
हालांकि मासिक धर्म के दिनों में यदि आप असहज महसूस करती हैं तो आप आराम कर सकती हैं और बाद में अपनी कसरत फिर से शुरू कर सकती हैं. लेकिन अगर आप कुछ सरल योग आसनों का अभ्यास करते हैं तो यह आपको मासिक धर्म के दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है. साथ ही आपको ध्यान रखना है कि आप तले, मसालेदार और तैलीय भोजन का सेवन न करें. कोशिश करें कि आप ऐसी सब्जियां खाएं जो आसानी से पच सकें और खाने में हल्की हों.
मुँहासे और मोटापे के लिए आयुर्वेदिक उपचार
Guggul and Punarnava or Boerhaavia diffusa दो आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां हैं जो वजन कम करने में आपकी मदद करती हैं. मोटापे को कम करने या रोकने के लिए नियमित शारीरिक गतिविधि के साथ संतुलित आहार लेना भी बेहद जरुरी है. नियमित दिनचर्या का पालन करने से मोटापा कम करने में अद्भुत लाभ मिलता है. इसके साथ ही इनका सेवन आपके चेहरे पर हुए मुहासों को हटाने में भी मदद करता है.
यह भी पढ़ें : Health Tips: प्रदूषण से लड़ने के लिए इन 5 जड़ी-बूटियों का करें सेवन
मुंहासे न सिर्फ आपकी त्वचा को बदसूरत बनाते हैं बल्कि आपके चेहरे पर निशान भी छोड़ जाते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आप अपने घर में उपलब्ध बहुत सी चीजों जैसे हल्दी, दही, नींबू, चंदन, नीम और गिलोय से भी मुंहासों का इलाज कर सकते हैं.
ऐंठन का आयुर्वेदिक इलाज
आपके शरीर में ऐंठन विभिन्न कारणों से हो सकती है. मुख्य रूप से पीरियड्स आने से. इसके लिए जरुरी है कि आप अच्छे से आराम करें खूब पानी पिएं और कठिन कसरत से बचें. तिल के बीज रक्त प्रवाह को नियमित करने और ऐंठन से बचने के लिए एक असरदार घरेलु उपचार है. इन्हें खाने से पहले आपको इन्हें पानी में भिगो देना ताकि इन्हे आप आसानी से खा सके. नियमित तौर से इनका सेवन आपको लाभ दिला सकता है.