वैसे तो अब कोरोना से ज्यादा डेंगू की बीमारी सुनने में आती है. जिसकी वजह से अस्पतालों में बेड भरे हुए है. हर दूसरे घर में डेंगू के मरीज भी देखने को मिल रहे है. कोरोना हो या डेंगू सबसे ज्यादा इफेक्ट काम पर ही पड़ता है. इस प्रॉब्लम का सॉल्यूशन लोगों ने वर्क होम देकर निकाल लिया था. जो कि सही भी था. वर्क फ्रॉम होम मिलने से सेफ्टी ज्यादा होने लगी थी. ऐसा नहीं है कि वर्क फ्रॉम होम सिर्फ पहले था. आज भी है. बस, फर्क इतना है कि किसी-किसी कंपनी ने ही ये अलॉव किया हुआ है. उस लिस्ट में सारी कंपनीज नहीं आती. जब ये वर्क फ्रॉम होम चला था. तब लोग बहुत खुश थे. आज भी है. लेकिन, कही ना कही इसके नुकसान भी बहुत है जो सबको नहीं पता. तो चलिए फटाफट एक नजर इसके नुकसानों पर भी एक नजर डाल लेते है.
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जिसमें सबसे पहला नुकसान अकेलापन आता है. यहां सबसे कॉमन प्रॉब्लम अकेलापन ही है. जिसको आपको घर से काम करते टाइम फेस करना पड़ता है. वो इसलिए क्योंकि हम सब सोशल पर्सन्स हैं. इसलिए हमें सोशल कनेक्टिविटी और साथ की ज़रुरत होती है. लेकिन एक ही प्लेस पर बहुत टाइम तक रहना अकेलापन, डिप्रेशन और उदासी जैसी फीलिंग्स को जन्म दे सकता है. इसलिए ऐसे में ये बहुत जरूरी है कि आप किसी ऐसे लोगों से जुड़े रहें, जिन्हें आप जानते हैं.
वर्क फ्रॉम होम का सबसे ज्यादा इफेक्ट वेट पर पड़ता है. इस टाइम पर वज़न बढ़ना एक कॉमन प्रॉब्लम है. जिसे ज्यादातर लोगों ने महसूस किया होगा. लंबे टाइम तक एक जगह बैठा रहना. किसी भी तरह की योगा ना करना और बुरा खानपान आपके वेट के बढ़ने का कारण बन सकता है. जिससे आपको कई हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं. इसलिए आपके लिए ये बहुत जरूरी है कि आप हेल्दी फूड खाएं और हर हफ्ते कम से कम घंटों योगा करें. इसके अलावा प्रोपर नींद लेना भी जरूरी है.
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वर्क फ्रॉम होम के चलते पूरे दिन स्क्रीन को देखने की वजह से और कहीं बाहर न जाने की वजह से सोने में दिक्कते आनी शुरू हो जाती है. नींद पूरी ना होने की प्रॉब्लम पैदा हो सकती है. जिस टाइम आप काम करना बंद कर देते हैं. तो आपको तभी कुछ देर टहलना चाहिए और वर्कआउट करना चाहिए. इसके अलावा, आप सोने से कम से कम दो घंटे पहले अपने फोन, लैपटॉप और टैबलेट को भी अपने से दूर कर दें.
इसी वर्क फ्रॉम होम की वजह से एक ही पॉजिशन में बैठे रहना पड़ता है. जिसकी वजह से नेक, शोल्डर्स, मसल्स पर प्रेशर बनने के कारण दर्द भी शुरू होने लगता है. इस दर्द से निपटने के लिए आप घर से काम करते हुए भी एक सही पोश्चर में बैठकर काम कर सकते हैं. इसके लिए आप अपने कंप्यूटर के सामने बैठकर अपनी कोहनी के साथ लगभग 90 डिग्री पर सही पॉजिशन में बैठें. इसके साथ ही ये भी ध्यान रखें कि आप बैड पर बैठकर काम करने से बचें. दर्द या अकड़न से बचने के लिए हर घंटे कुछ स्ट्रेचिंग करें. वहीं अपने आपको हाइड्रेटेड रखने के लिए खूब पानी पिएं. आप वर्क फ्रॉम होम में कमर दर्द की प्रॉब्लम से बचने के लिए कुछ बचाव टिप्स अपना सकते हैं.
HIGHLIGHTS
- वर्क फ्रॉम होम का सबसे ज्यादा इफेक्ट वेट पर पड़ता है.
- वर्क फ्रॉम होम के दौरान एक ही पॉजिशन में बैठे रहने के कारण बैक पेन शुरू हो जाता है.
- इसकी वजह से सोने में भी दिक्कत आनी शुरू हो जाती है.