Corona से बचने के लिए पहले भी लोगों ने वर्क फ्रॉम होम का रास्ता अपनाया था और इस साल भी ओमिक्रोन के लगातार बढ़ते केसेस को देखते हुए फिर से लोग उसी रास्ते का रुख करते नजर आ रहे हैं. जगह जगह ऑफिसों में घर से काम करने का पैटर्न स्टार्ट हो गया है. ऐसे में जहां एक तरफ ये work from home आपको कोरोना से बचा रहा है वहीं दूसरी तरफ ये आपको उन खतरनाक बीमारियों की तरफ भी घसीट रहा है जिससे आप अनजान हैं. बिना आपकी नोटिस में आए 'वर्क फ्रॉम होम' का ये फ़ॉर्मूला आपकी सेहत को तेज़ी से ऐसी 5 गंभीर बीमारियों की तरफ ले जा रहा है जो आगे चलकर ला इलाज भी बन सकती हैं.
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1. स्ट्रेस ईटिंग (Stress Eating)
स्ट्रेस ईटिंग आम सी दिखने वाली वो बीमारी है जिस पर अगर ध्यान न दिया जाए तो ये excessive weight gain, high blood pressure, heart attack जैसी कई सीवियर डिजीज को जन्म दे सकती है. स्ट्रेस ईटिंग का सबसे ज्यादा इफ़ेक्ट वर्क फ्रॉम होम के दौरान पड़ते देखा गया है. क्योंकि घर से काम करने में न सिर्फ काम का लेवल बल्कि स्ट्रेस दोनों ही बढ़ जाते हैं. ऐसे में अक्सर लोगों को पता ही नहीं चलता कि वो कब स्ट्रेस ईटिंग का शिकार हो रहे हैं.
2. वज़न बढ़ना (Weight Gain)
वर्क फ्रॉम होम में वज़न बढ़ना एक ऐसी आम समस्या है, जिसे ज्यादातर लोगों ने महसूस किया होगा. लंबे वक्त तक बैठना, कोई भी exercise न करना और oily या junk food ज्यादा खाना वेट गेन के सबसे बड़े कारणों में से एक है. ऐसे में अगर आपने ज्यादा दिन तक इसी लाइफस्टाइल को अपनाकर रखा तो वो दिन दूर नहीं जब आप fit में से fat हो जाएंगे.
3. पीठ में दर्द (Back pain)
पीठ में दर्द, गर्दन में दर्द, कंधों में दर्द और बांहों की मांसपेशियां में खिचाव- ये वो तकलीफें हैं जो वर्क फ्रॉम होम के दौरान लगातार स्क्रीन के सामने गलत पोश्चर में बैठे रहने से होती हैं और जिसे आप में से कई लोग पेन किलर खाकर ठीक कर लेते होंगे और सोचते होंगे की दर्द तो चला गया. लेकिन असल में दर्द तो बस कुछ वक्त के लिए दब जाता है. बता दें कि, अगर आप इन परेशानियों को ज्यादा वैल्यू नहीं देते हैं तो एक दिन आपका शरीर ही आपकी वलुव करना बंद कर देगा. ऐसा इसलिए क्योंकि गलत पोश्चर में ज्यादा वक्त तक बैठने से शरीर का वो हिस्सा या उस हिस्से में मौजूद हड्डी धीरे धीरे वैसा ही आकर लेने लगती है जिसके चलते बॉडी की शेप बिगड़ भी सकती है. इसलिए इन परेशानियों को हलके में न लें.
4. अकेलापन (Loneliness)
हम सभी सोशल एनिमल्स हैं. सभी को सोशल इंटरेक्शन और साथ की ज़रूरत होती है. लेकिन वर्क फ्रॉम होम के चलते मिलने मिलाने का सिलसिला तो हो जाता है ख़त्म और जो बचता है वो है सोशल मीडिया के जरिए मेल-मिलाप. ऐसे में जहां कुछ लोग whatsapp, instagram, facebook और अदर सोशल मीडिया प्लेटफार्म के ज़रिये घर में बंद होकर भी सब से मिल लेते हैं वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो ये नहीं कर पाते. लिहाजा लंबे वक्त तक यूं अकेले रहते रहते वो कब डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं इसकी उन्हें भनक तक नहीं पड़ती है. इसमें कोई दोराय नहीं कि वर्क फ्रॉम होम में सबसे ज्यादा जो बीमारी सामने निकल कर आई है वो Depression ही है और यही डिप्रेशन अक्सर मौत का कारण भी बन जाता है.
5. अनिद्रा (Insomnia)
पूरे दिन स्क्रीन को देखने की वजह से और वर्क फ्रॉम होम के चलते आपके हमेशा फ़ोन, टेबलेट या टेलीविज़न में लगे रहने के कारण एक पॉइंट ऐसा आता है जब आप धीरे धीरे नींद न आने की बीमारी के चपेट में आ जाते हैं. 1 या 2 दिन या कभी कभार ऐसा होना नार्मल है लेकिन अगर मोस्ट ऑफ़ टाइम आपके साथ ऐसा होता है भैया संभल जाइए ये कब एक गंभीर बीमारी का रूप ले लेगा इसका पता भी नहीं चलेगा.