हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day 2020) मनाया जाता है. इस दिन लोगों को विश्व स्तर पर कैंसर के प्रति जागरूक किया जाता है. इसी सिलसिले में जगह-जगह कैंसर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. वहीं बता दें कि कैंसर दिवस पर हर साल एक थीम रखी जाती इसबार 'I am and I will' है. कैंसर दिनों-दिन खतरनाक बीमारी बनता जा रहा है आम लोगों से लेकर सेलिब्रिटी तक तेजी से इसके शिकार हो रहे हैं. नेशनल कैंसर रेजिस्ट्री प्रोग्राम के अनुसार भारत में हर दिन कैंसर की वजह से करीब 1300 लोगों की मौत हो जाती है.
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नेशनल हेल्थ प्रोफाइल 2019 के मुताबिक, साल 2017 से 2018 के बीच कैंसर के मामले 324% बढ़ गए. इसमें मुंह का कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर जैसे मामले शामिल हैं. कैंसर से होने वाली मौतों का ये आंकड़ा दिल की बीमारियों से होने वाली मौतों के बाद दूसरे स्थान पर है. पुरुषों की तुलना में महिलाएं इस बीमारी से ज्यादा ग्रसित होती है. एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में हर सातवीं महिला कैंसर की वजह से मौत को गले लगा रही है.
कैंसर के लक्षण-
- अचानक से वजन घटना
- लंबे समय तक थकान या कमजोरी महसूस होना
- शरीर के किसी भी हिस्से पर गांठ बनना
- सीने में दर्द रहना
- लंबे समय तक खांसी होना और खांसने पर थूक में खून आना
- कूल्हे या पेट की नीचे वाले भाग में दर्द रहना
- शरीर के किसी भी पार्ट से से खून बहना
- पीरियड्स के समय अत्याधिक दर्द और ब्लीडिंग होना या पीरियड खत्म होने के बाद भी ब्लीडिंग होना
- गला बैठना या घोंटने में दिक्कत होना
- एनीमिया या खून की कमी हो जाना
- बार-बार बुखार आना और दवा करने के बाद भी बुखार ठीक ना होना
- पेशाब में खून आना
कैंसर से बचाव-
- लक्षणों पर ध्यान दें और नियमित रूप से जांच करवाएं.
- किसी भी प्रकार की तंबाकू का उपयोग करने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. तंबाकू के सेवन से बचना या रोकना कैंसर की रोकथाम में सबसे महत्वपूर्ण कदम है.
- नल के पानी को अच्छी तरह से छान लें, क्योंकि यह संभव कार्सिनोजेन्स और हार्मोन-विघटनकारी रसायनों के आपके जोखिम को कम कर सकता है.
- बहुत सारा पानी और अन्य तरल पदार्थ पीने से मूत्राशय के कैंसर के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है, जिससे मूत्र में कैंसर पैदा करने वाले एजेंटों की एकाग्रता कम हो जाती है और मूत्राशय के माध्यम से उन्हें तेजी से प्रवाहित करने में मदद मिलती है.
- सबसे महत्वपूर्ण है कि जीवनशैली में बदलाव करें, जैसे कि स्वस्थ आहार लेना और नियमित व्यायाम करना. फल और सब्जियां एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती हैं जो बीमारियों को दूर करने में मदद कर सकती हैं.
रिसर्च के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2030 तक कैंसर की वजह से तकरीबन 55 लाख महिलाओं की मौत हो जाएंगी. रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में इंडिया, दक्षिण अफ्रीका और मंगोलिया जैसे देशों में स्तन कैंसर का पता लगने के बाद भी 50 फीसदी महिलाएं मौत की शिकार हो जाती हैं. जबकि अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस और जर्मनी जैसे 34 विकसित देशों में कैंसर की पहचान के बाद 80 फीसदी महिलाओं का सफल इलाज हो जाता है.