मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है और इस बीमारी के आतंक से होने वाली मौतों में भारत चौथे स्थान पर है। आज दुनियाभर में विश्व मलेरिया डे के रूप में मनाया जाता है।
इस जानलेवा बीमारी से कैसे बचा जाए इसके लिए पूरी दुनिया में जागरूकता फैलाई जाती है। मलेरिया मादा अनॉफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है। इस साल मलेरिया डे की थीम है 'रेडी टू बीट मलेरिया ' (मलेरिया को हराने के लिए तैयार)।
मलेरिया के शुरूआती लक्षणों को कभी नज़रअंदाज़ न करें। फ्लू, बुखार और खून की कमी के लक्षण मलेरिया की ओर इशारा करते है।
मलेरिया के लक्षण
- जुकाम और कंपकपी
- बुखार, सिरदर्द और उल्टी
- फीवर कम होने पर तेज पसीना और थकान
- डायरिया
- सांस लेने में तकलीफ
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जमा हुआ पानी इन मच्छरों के पनपने के लिए सबसे अच्छी जगह है। मलेरिया से बचने के लिए टूटे गमले, टायर , कूलर आदि में पानी जमा होने न दें।
विश्व मलेरिया दिवस 2018 के मौके पर इन पांच तरीकों से आप इस जानलेवा बीमारी से अपना बचाव कर सकते है:
- मच्छर लैवेंडर फूल और तेल की गंध सहन नहीं कर पाते। लैवेंडर तेल को साइट्रोनला और नीलगिरी के तेलों के साथ मिलाकर स्प्रे के रूप में इस्तेमाल करें। आप इसके लिक्विड को रिफिल में डाल कर इस्तेमाल कर सकते है।
- भारत के सबसे मूल्यवान औषधीय पौधे में से एक, 'नीम' मच्छरों का आतंक को कम करने में बेहद मददगार है।
- पाचन और गैस को रोकने के अलावा, मच्छरों से लड़ने के लिए अजवाइन या कैरम के बीज का इस्तेमाल करें। सरसों के तेल में मुट्ठीभर अजवाइन के बीज मिलाएं। अजवाइन और सरसों की तेज़ सुगंध मच्छरों को दूर रखने में मदद करेगी।
- लहसुन की गंध मच्छर सहन करने में सक्षम नहीं हैं। लहसुन में लार्वाइसाइड गुण होते हैं, जिन्हें मच्छरों को दूर रखने के लिए रखा जा सकता है। लहसुन की कुछ कलियां क्रश करें और इसे थोड़ी देर तक पानी में उबालें। इसे अपने घर के चारों ओर स्प्रे।
- गेंदे के फूल के पौधे को अपने घर में लगाएं। गेंदे के फूलों की खुशबू से आपका घर सुगंध से भरा रहेगा और मच्छर भी नहीं आएंगे।
बता दें कि मलेरिया के चलते हर साल हजारों लोगों की मौत हो जाती है। जिसमें से अफ्रीका का सबसे गरीब हिस्सा और बच्चे शामिल है।
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Source : News Nation Bureau