लोग को अक्सर यह कहते सुना होगा कि रात में खाना खाते समय डाइजेशन की समस्या होती है. इसके कारण पेट में गैस और पेट दर्द की समस्या होती है. उन लोगों में यह समस्या खराब खानपान वजह हो सकती है. खराब खानपान के कारण से पेट से संबंधित समस्या पैदा होगी. इससे पेट दर्द, गैस और कब्ज था. फिर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने को लेकर प्रोबायोटिक्स लेने की सलाह दी जाती है. अब सवाल यह है कि प्रोबायोटिक्स है क्या और किस तरह से काम करता है. इसे रोज लेना चाहिए या नहीं?
प्रोबायोटिक्स एक बैक्टीरिया है जो हमारे शरीर में इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक होता है. इससे शरीर का पाचन तंत्र मजबूत होता है. सप्लीमेंट के तौर पर भी ले सकते हैं. इसके अलावा दही, छाछ, पनीर के माध्यम से भी प्रोबायोटिक आपके शरीर में प्रवेश करता है.
लेकिन,ऐसा कोई रिसर्च नहीं हुआ है, जिसमें यह दावा किया जाए कि प्रोबायोटिक्स शरीर के लिए हमेशा फायदेमंद होते हैं. ऐसे में अगर आप इसे रोज लेते हैं तो आपको कुछ समस्या हो सकती है. खासतौर पर इसे डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं लेना चाहिए.
पाचन तंत्र में मौजूद बैक्टीरिया के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं
डॉ. पल्लवी मेहता बताती हैं कि प्रोबायोटिक्स हमारे पाचन तंत्र में मौजूद बैक्टीरिया के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. अगर इनका बैलेंस सही तरीके से हो तो डायरिया, कब्ज जैसे लक्षण दूर रहते हैं. दस्त के दौरान प्रोबायोटिक लेने से राहत मिलती है. क्योंकि, दस्त के दौरान शरीर के अच्छे बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं, शरीर में अच्छे बैक्टीरिया के लिए प्रोबायोटिक लिए जाने की सलाह दी जाती है. उन्होंने कहा, पाचन तंत्र में हेल्थी बैक्टीरिया होते हैं. खाना पचाने के लिए यह काफी जरूरी होते हैं. बाजारों में मिलने वाले प्रोबायोटिक सप्लीमेंट में हेल्थी बैक्टीरिया मौजूद होते हैं. शरीर में अच्छे बैक्टीरिया तब कम होने लगते हैं जब हम ज्यादा एंटीबायोटिक दवाएं लेते हैं, ऐसे में अच्छे बैक्टीरिया के लिए प्रोबायोटिक्स लेने की सलाह दी जाती है.
लोगों के खून में फफूंद फैलने के मामले सामने आए
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि विदेश में कई ऐसे मामले सामने आए जब प्रोबायोटिक खाने के बाद शरीर में नुकसान भी देखे गए. लोगों के खून में फफूंद फैलने के मामले सामने आए. खासतौर पर उन लोगों में भी समस्या पैदा हुई जो शारीरिक तौर पर स्वस्थ हैं और एंटीबायोटिक लेने के बाद प्रोबायोटिक लिया. जिससे उन्हें समस्या हुई. अपने पाचन तंत्र को ठीक करने के लिए उन्हें दूसरे विकल्प पर विचार करना पड़ा. वहीं, पाचन की समस्या के दौरान प्रोबायोटिक बच्चों को लेने से मना किया गया है. उन पर इसका असर नहीं होता है. अगर पाचन की समस्या से जूझ रहे हैं तो आप प्रोबायोटिक लेने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरुर लें.