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प्रेग्नेंसी में शुगर जूस और सोडा सेहत के लिए हो सकता है नुकसानदायक, बच्चे पर पड़ सकते हैं गंभीर प्रभाव

हाल ही में एक नई रिसर्च में पता चला है कि प्रेग्नेंसी के दौरान शुगरी ड्रिंक्स का सेवन करने वाली महिलाओं और उनके होने वाले बच्चों पर भी गंभीर असर पड़ सकता है.

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Priya Gupta
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Sugary juice

Photo-Social Media

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Haalth Tips: हम सभी जानते हैं कि शुगर ड्रिंक्स, जैसे कि मीठे जूस और सोडा, हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं. ये ड्रिंक्स दांतों की समस्याएं, वजन बढ़ना, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों को जन्म दे सकती हैं. हाल ही में एक नई रिसर्च में पता चला है कि प्रेग्नेंसी के दौरान शुगरी ड्रिंक्स का सेवन करने वाली महिलाओं और उनके होने वाले बच्चों पर भी गंभीर असर पड़ सकता है.

प्रेग्नेंसी के दौरान शुगरी ड्रिंक्स का अत्यधिक सेवन करने से न केवल माताओं को, बल्कि उनके बच्चों को भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. एक स्टडि जो कि प्रसिद्ध पीयर-रिव्यूड जर्नल Nutrients में प्रकाशित हुआ है, ने इसमें इससे संबंधित कई जानकारी दी गई है. इस स्टडी में अप्रैल और जून 2022-2023 के बीच 4,000 से अधिक गर्भवती महिलाओं को शामिल किया गया. इन महिलाओं को फ्रूट जूस, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, सोडा, जूस और दूध वाली ड्रिंक्स दी गईं.

इस रिसर्च में क्या निष्कर्ष निकला?

स्टडी के परिणामों ने यह साफ किया है कि जिन गर्भवती महिलाओं ने शुगरी ड्रिंक्स का ज्यादा सेवन किया, वे प्रेग्नेंसी के दौरान जेस्टेशनल डायबिटीज की समस्या से जूझती हैं. जेस्टेशनल डायबिटीज एक प्रकार की डायबिटीज होती है जो प्रेग्नेंसी के दौरान होती है और इससे बच्चे का वजन नॉर्मल से अधिक हो सकता है. इसका परिणाम डिलीवरी के दौरान समस्याओं के रूप में सामने आ सकता है. इसके अलावा, जेस्टेशनल डायबिटीज से बच्चे के समय से पहले जन्म और पीलिया जैसी समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है.

स्टडी के अनुसार, जिन महिलाओं ने सप्ताह में तीन बार या अधिक शुगरी ड्रिंक्स का सेवन किया, उनमें जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा 38 प्रतिशत और जेस्टेशनल हाइपरटेंशन का खतरा 64 प्रतिशत बढ़ गया. इसके अलावा, अध्ययन में यह भी पाया गया कि अधिक शुगरी ड्रिंक्स का सेवन करने से भ्रूण को खून की पर्याप्त मात्रा नहीं मिल पाती, जिससे उसकी ग्रोथ पर नेगेटिव प्रभाव पड़ता है. इसके कारण प्रीमैच्योर डिलीवरी का खतरा भी बढ़ जाता है.

मैक्रोसोमिया का खतरा हो सकता है

सर्वे में यह भी सामने आया कि सप्ताह में चार बार शुगरी ड्रिंक्स का सेवन करने से मैक्रोसोमिया का खतरा काफी बढ़ जाता है. मैक्रोसोमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें नवजात शिशु का आकार औसत से बहुत बड़ा होता है. 

स्वस्थ रहने की सलाह

रिसर्चर्स ने इस स्टडी को लेकर सलाह दी है कि गर्वभती महिलाओं को शुगर ड्रिंक्स का सेवन नहीं करना चाहिए. इसके बदले आप अन्य ड्रिंक्स  जैसे कि पानी, नारियल पानी, और ताजे फलों का जूस पीना चाहिए. स्वस्थ खानपान को अपनाकर और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेकर, महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान संभावित समस्याओं से बच सकती हैं और अपने बच्चे की सेहत को भी सुनिश्चित कर सकती हैं. 

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