काफी लोग मोटापा करने के लिए कभी वर्कआउट तो कभी सर्जरी करवाते है. लेकिन इन दिनों काफी सर्जरी काफी फेल हो रही है. वहीं कुछ लोग हेल्दी लाइफ स्टाइल अपना रहे है. वहीं सर्जरी की दवाइयों से लोगों को साइड इफेक्ट भी हो रहा है. वहीं एक ऐसा केस सामने आया है. जिसमें उन्होंने लिपोस्कशन सर्जरी करवाई थी. जिसके बाद उनकी वह सर्जरी फेल हो गई थी. जिसके बाद उनकी लाइफ में साइड इफेक्ट दिखने लगे है.
वेट लॉस के लिए करवाई थी सर्जरी
उज्जवला कांबले एक जानी-मानी आईटी कंपनी में क्वालिटी इंजीनियर थीं. उनका 32 लाख सालाना का पैकेज था. उनके पति भी इंजीनियर हैं. सीटिंग जॉब और अनहेल्दी लाइफ स्लाइल की वजह से उनका वजन तेजी से बढ़ने लगा था. वर्कआउट और वॉक से उन्हें कोई फायदा नहीं दिखा. 84 किलो वजन होने के बाद उज्जवला कांबले ने फैट लॉस और वेट लॉस के लिए सर्जरी कराने का फैसला किया. जिसके बाद उन्होंने सर्जरी से करीब साढ़े चार लीटर चर्बी निकाली गई.
सर्जरी के लिए गहने, कार बेची
सर्जरी के लिए उन्होंने 70 लाख रुपये खर्च किए. जिसके बाद उनके पास पैसे कम बचे. फिर उन्होंने कार और गहने बेच दिए. अब 2 साल से बेड पर हैं.
क्या है लिपोसक्शन सर्जरी
लिपोसक्शन कम समय में मोटापा कम करने के लिए एक सर्जरी है. इसमें शरीर के अलग-अलग पार्ट से एक्स्ट्रा फैट को बाहर निकालकर शरीर को स्लिम बनाया जाता है. इस सर्जरी में जांघों, कूल्हों, पेट, गर्दन, ठोढ़ी, कंधों, छाती और कमर से फैट यानी चर्बी निकाली जाती है.
इतना लगता है टाइम
इस सर्जरी में आधे से एक घंटा लगता है. इसके बाद मरीज 5 से 7 दिनों में अपने डेली रूटीन में वापस आता है. पूरी तरह ठीक होने में 4 से 6 हफ्ते लगते है.
ये है साइड इफेक्ट
इस सर्जरी के बाद त्वचा का रंग खराब हो सकता है. डिंपल या गड्ढे पड़ सकते हैं. किडनी और हार्ट रिलेटेड दिक्कतें हो सकती हैं. इसके अलावा सर्जरी के बाद फेफड़ों में फैट जमा हो सकता है. स्किन इंफेक्शन का खतरा बना रह सकता है. वहीं कई मामलों में ब्रेन डैमेज हो सकता है. ब्लड क्लॉट हो सकता है. इसके अलावा लिपोसक्शन कई बार जानलेवा भी साबित हो सकता है.