What is Oropouche Fever: डेंगू, मलेरिया जैसे बुखार और बीमारी के बारे में आपने काफी कुछ सुना, देखा और पढ़ा होगा. लेकिन इन दिनों ओरोपोचे बुखार (Oropouche Fever) लोगों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है. इस बुखार से अब तक दो लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. खास बात यह है कि मरने वालों में दोनों महिलाएं और दोनों ही उम्र ज्यादा नहीं है. इन दोनों ही महिलाओं की उम्र 30 वर्ष से कम बताई जा रही है. मामला ब्राजील का है.
इसको लेकर ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भी जानकारी साझा की गई है. मंत्रालय ने बताया कि ब्राजील के बाहिया राज्य में दो लोगों की ओरोपोचे बुखार की चपेट में आने से मौत हो गई है. अब सवाल उठ रहा है कि आखिर ये ओरोपोचे बुखार है क्या, इसके लक्षण क्या हैं और कैसे सावधान रहना चाहिए?
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क्या है पूरा मामला
दरअसल ब्राजील में इन दिनों ओरोपोचे बुखार से हड़कंप मचा हुआ है. ब्राजील के 20 राज्यों में बीते कुछ दिनों में 7 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं. इनमें सबसे ज्यादा केस ब्राजील के अमेजोनस और रोंडोनिया में दर्ज किए गए हैं. बीते वर्ष भी यहां 840 केस सामने आए थे. लेकिन बीते कुछ महीनों में इस बुखार से पीड़ितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है.
कहां से आया ओरोपोचे
ओरोपोचे लैटिन अमेरिका और कैरिबियन में आम तौर पर जाना जाता है. इस वायरस को पहली बार 1955 में त्रिनिदाद और टोबैगो में देखा गया था. इसी समय इसकी पहली बार पुष्टि भी हुई थी. इसके बाद यह यूरोपीय देशों में भी देखा गया. इटली ने बीते महीने यानी जून 2024 में भी ओरोपोचे बुखार से पीड़ित पहला केस दर्ज किया और इसको लेकर खुलासा भी किया. इटली का यह केस यूरोप का पहला केस भी माना गया.
कैसे होता है ओरोपोचे बुखार
ओरोपोचे बुखार एक तरह से वायरस है. यह रोग संक्रमित मच्छरों के काटने या फिर उनकी ओर से वायरस छोड़े भोज्य पदार्थ लेने से भी फैल सकता है. एशिया और यूरोप में ये बीमारी नई है लेकिन मध्य और दक्षिण अमेरिका के साथ-साथ कैरिबियन देशों में ये समस्या पुरानी है.
कहां ज्यादा फैल रहा ओरोपोचे फीवर
ओरोपोचे फीवर ऐसे देशों में ज्यादा देखी जा रही है जहां पहले डेंगू या फिर मलेरिया जैसे बुखार के मरीज न के बराबर देखने को मिलते थे. इस बुखार को लेकर खुद वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने भी बीते महीने जून में क्यूबा में पहली बार जानकारी साझा की थी.
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क्या है ओरोपोचे फीवर के लक्षण
ओरोपोचे फीवर के लक्षणों की बात करें तो यह डेंगू से मिलते जुलते होते हैं. इनसे संक्रमित व्यक्ति सिरदर्द, बुखार, ठंड या कंपकपी लगना, जोड़ों में दर्द होना या फिर उल्टी होने की शिकायत करता है. ऐसे ही लक्षण डेंगू बुखार में भी देखने को मिलते हैं. इस वायरस से संक्रमण मच्छर के काटने के चार से आठ दिन में देखने को मिलता है.
आमतौर पर मरीज की इम्युनिटी अच्छी है तो वह इस बुखार से 8 दिन में ठीक हो जाता है. लेकिन इम्युनिटी कमजोर है तो ये लंबा भी चल सकता है और जानलेवा भी हो सकता है.
क्यों फैलता है ओरोपोचे
ओरोपोचे बुखार एक संक्रमित बीमारी है. लेकिन इस फैलने की वजह को जानकार जलवायु से जोड़कर देख रहे हैं. बीते वर्ष जर्नल इन्फेक्शियस डिजीज ऑफ पॉवर्टी में पब्लिश शोध में ये बताया गया कि जलवायु में बदलाव इस वायरस में देखने को मिले हैं.
शोध लिखने वालों के मुताबिक फिलहाल सटीक निष्कर्ष सामने नहीं आया है लेकिन वनों की कटाई और वनस्पति की हानि इस रोग के प्रसार में बड़ी भूमिका है. वहीं ये बुखार भी अन्य डेंगू, मलेरिया या फिर चिकनगुनिया जैसे बारिश के मौसम में ज्यादा फैलता है.
कैसे करें बचाव
वैसे तो अब तक ओरोपोचे को लेकर कोई टीका या दवाई सामने नहीं आई है. लेकिन इस दौरान मच्छर निरोधक दवाइयां दी जा रही हैं. वैसे इसे रोकने के लिए आस-पास का वातावरण साफ रखें. मच्छरों से बचाव के लिए सुरक्षात्मक चीजों इस्तेमाल करें.
घर में कहीं भी पानी ज्यादा दिन तक पड़ा न रहें. बारिश के दिनों में खास तौर पर इस बात का ध्यान रखें. सोते वक्त मच्छरदानी का इस्तेमाल करें या फिर मच्छरों को भगाने वाली दवाइयों का यूज करें.