Surviving heart attack in alone: दुनियाभर में हार्ट अटैक को लेकर सामने आ रहे आंकड़े डरा देने वाले हैं. नेशनल सेंटर फॉर हेल्थ स्टैटिस्टिक्स (एनसीएचएस) के आंकड़ों के अनुसार, साल 2019 में 18 से 44 वर्ष की आयु के केवल 0.3% अमेरिकी वयस्कों को दिल का दौरा पड़ा था. लेकिन पिछले चार-पांच वर्षों में इसमें बहुत तेजी से वृद्धि हो रही है. बढ़ते हार्ट अटैक (Heart attack ka risk) और हृदय रोगों के मामलों के लिए मोटापा एक अहम समस्या है. अगर हार्ट अटैक अन्य लोगों के बीच आता है तो हार्ट पेशेंट की मदद कर पाना आसान हो सकता है लेकिन, अगर दिल का दौरा अकेले में पड़े तो इससे मरीज की जान बचाना भी मुश्किल हो सकता है. ऐसे में ये जानना जरूरी है कि अगर आपको अकेले में हार्ट अटैक आए तो क्या करना चाहिए? हॉस्पिटल पहुंचने से पहले आप कैसे अपनी जान बचा सकती हैं, (Tips for people living alone to survive heart attack) आइए जानते हैं इसके बारे में.
हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचानें
दिल का दौरा पड़ने से पहले कई तरह के लक्षण(Early symptoms of heart attack) दिखायी देते हैं. इन लक्षणों के पहचानें. अगर आप हार्ट पेशेंट हैं तो हार्ट अटैक के अलग-अलग लक्षणो के बारे में अपनी जानकारी बढ़ाएं और शरीर में होनेवाली समस्याओं पर ध्यान दें. ये समस्याएं अगर हार्ट अटैक से जुड़ी हुई हैं तो आप तुरंत अपने डॉक्टर को सम्पर्क करें.
सबसे पहले इमरजेंसी नंबर पर फोन करें
अपने डॉक्टर, अस्पताल और एम्बुलेंस (Ambulance) जैसे जरूरी नंबर कहीं नोट कर लें और यह डायरी ऐसी जगह रखें जो इमरजेंसी में आपको ये नंबर तुरंत मिल जाएं और आप इन नंबरों पर कॉल कर सकें. इसी तरह स्पीड डायल (Speed dial) पर अपने किसी रिश्तेदार, दोस्त या पड़ोसी का नंबर अपने फोन में रखें. हार्ट अटैक की आशंका महसूस होने पर इन नंबरों को डायल करें.
हार्ट अटैक महसूस होने पर आराम करें
जैसे ही आपको महसूस हो कि आपको हार्ट अटैक (signs of heart attack) आ रहा है तो आप जहां भी हों वहीं बैठ जाएं या लेट जाएं. अगर आप ड्राइविंग कर रहे हैं तो तुरंत गाड़ी रोक दें और अस्पताल में फोन करें. इसी तरह अगर आप घर में हैं या ऑफिस में हैं तो कहीं लेट जाएं और जल्द से जल्द डॉक्टर को कॉल करें.
शांत रहने की कोशिश करें
दिल का दौरा पड़ने पर खुद को शांत रखने के प्रयास करें. जितना हो सके आराम करें और घबराने से बचें. इधर-उधर घूमने की बजाय आप एक जगह बैठ जाएं क्योंकि, अधिक चलने-फिरने हार्ट रेट बढ़ सकती है.
थक्का बनने से रोकने के लिए एस्पिरिन लें
मेडिकल न्यूज टूडे में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार एस्पिरिन (Aspirin) दवा लेने से आपके हार्ट को कम से कम नुकसान होता है और आपके लिए हार्ट अटैक के दौरान दिल को बचाना आसान हो सकता है. ये दवाएं रक्त को गाढ़ा होने और खून के थक्के बनने से भी रोकती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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