What to Eat to Live to 100: दुनिया में हर कोई लंबी उम्र तक जीना चाहता है. लेकिन साल 2022 में आई सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक भारतीय औसतन 70 साल जीता है. जर्नल साइंटिफिक अमेरिकन में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक हमारी जिंदगी कितनी होगी, इसे तय करने में जेनेटिक्स की भूमिका सिर्फ 20 से 30% है. 70% के लिए हमारी दिनचर्या और खानपान जिम्मेदार है. यानी हम चाहें तो अपनी आयु बढ़ा सकते हैं, बीमारियों से मुक्त रह सकते हैं और एक स्वस्थ जिंदगी जी सकते हैं. इसका सबसे अच्छा उदाहरण ब्लू जोन के लोगों की जिंदगी है. हम उसे अपना सकते हैं.
यहां के लोगों का जीवन लंबा
आपको जानकर हैरानी होगी कि आज भी दुनिया में कुछ ऐसी जगहें हैं जहां के लोग 100 साल से अधिक समय तक जीते हैं. ब्लू जोन (Blue Zones) दुनिया के ऐसे क्षेत्र हैं जहां लोग असाधारण रूप से लंबा जीवन जीते हैं. ऐसा माना जाता है कि यहां के लोग सौ साल से ज्यादा जीते हैं. बताया जाता है कि यहां रहने वाले लोग डाइट का खास ध्यान रखते हैं. उनके खाने-पीने के नियम सख्त होते हैं और वो इन्हें पूरी इमानदारी के साथ फॉलो भी करते हैं.
इन जगहों को ब्लू जोन ही क्यों कहा जाता है?
अमेरिकन लेखक और एक्सप्लोरर डैन ब्यूटनर डेमोग्राफर गियानी पेस और मिशेल पॉलेन के साथ एक रिसर्च कर रहे थे. वे मैप पर उन इलाकों की पहचान कर रहे थे, जहां लोग 100 साल से ज्यादा जीते हैं. जब वह उन इलाकों को आइडेंटिफाई करने के लिए मैप पर निशान लगा रहे थे, उस वक्त उनके हाथ में नीला पेन था. उन्होंने मैप पर उन इलाकों को नीली स्याही से हाईलाइट कर दिया. बस, इसी तरह उन जगहों का नाम ब्लू जोन पड़ गया. इसके पीछे कोई साइंटिफिक कारण नहीं था.
ये हैं ब्लू जोन में शामिल
लोमा लिंडा, कैलिफोर्निया, अमेरिका
सार्डीनिया, इटली
इकारिया, ग्रीस
निकोया, पेनिसुला, कोस्टारिका
ओकिनावा, जापान
100 साल तक जीने के लिए ये डाइट करें फॉलो
95-100% प्लांट बेस्ड फूड्स
इस हिस्से में रहने वाले लोग प्लांट बेस्ड डाइट लेते हैं जिनमें पालक, केल, चुकंदर और शलजम टॉप, चार्ड और कोलार्ड जैसे पत्तेदार साग हैं. मौसमी फल और सब्जियों के साथ, साबुत अनाज और फलियां उनके खाने का अहम हिस्सा हैं.
हफ्ते में 3 बार मछली
यहां के लोग हफ्ते में तीन बार तीन औंस से कम मछली का सेवन करते हैं. यहाँ के लोग छोटी मछलियां जैसे सार्डिन, एन्कोवीज़ और कॉड आदि खाते हैं. वो ऐसी मछली खाने से बचते हैं जिनमें मर्करी का लेवल ज्यादा होता है.
डेयरी उत्पाद कम करें
किसी भी ब्लू जोन में गाय के दूध को महत्वपूर्ण रूप से शामिल नहीं किया जाता है. ऐसा माना जाता है कि दूध में फैट और शुगर की मात्रा अधिक होती है. दूसरा, बहुत से लोगों को लैक्टोज़ यानी दूध पचाने में कुछ कठिनाई होती है.
हफ्ते में 2-4 बार अंडे
ब्लू जोन में के लोग हर हफ्ते लगभग दो से चार बार अंडे खाते हैं. आम तौर पर वे साबुत अनाज या प्लांट बेस्ड फूड्स का सेवन करते हैं. यह लोग नाश्ते में ब्रेड, बादाम और ओलिव ऑयल के साथ अंडा फ्राई करके खाते हैं.
नट्स और बीन्स
यहां के लोग रोजाना एक से दो मुट्ठी नट्स खाते हैं और रोजाना उनके खाने में एक से आधा कप बीन्स शामिल होते हैं. इन चीजों में प्रोटीन की अच्छी मात्रा पाई जाती है.
इन चीजों का भी रखते हैं ध्यान
रोजाना 7 गिलास पानी पीना, कभी-कभी चाय, वाइन और कॉफी पीना. खाने में हमेशा साबुत अनाज शामिल करना. कभी-कभी अपने दोस्तों और परिजनों के साथ खाना. रोजान सिर्फ 28 ग्राम (7 चम्मच) शुगर खाना.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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