Advertisment

मृणाल कुलकर्णी ने 'सोन परी' का जिक्र कर याद किया पुराना पल

मृणाल कुलकर्णी ने 'सोन परी' का जिक्र कर याद किया पुराना पल

author-image
IANS
New Update

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

Advertisment

मुंबई, 21 नवंबर (आईएएनएस)। एक्ट्रेस मृणाल कुलकर्णी ने 2000 से 2006 तक प्रसारित अपने शो सोन परी को याद करते हुए कहा कि यह शो सही समय पर आया था।

शो के बारे में बात करते हुए मृणाल ने कहा, यह मेरे लिए बहुत ही खास शो था। मेरा बेटा अक्सर यह कहता था कि कैसे मेरा काम उसे या उसकी उम्र के लोगों को पसंद नहीं आता। लेकिन, सही समय पर सोन परी आ गई।

उन्होंने कहा, यह देखकर खुशी होती है कि कैसे न केवल पुरानी पीढ़ी, बल्कि आज के बच्चे भी सोन परी देखते हैं और मुझे इतना प्यार और सम्मान देते हैं।

फंतासी एडवेंचर शो फ्रूटी की कहानी एक युवा लड़की फ्रूटी के बारे में है, जिसे एक जादुई गेंद मिलती है। इस गेंद को रगड़ने पर वह सोन परी और उसके दोस्त अल्टू नामक परी को बुला सकती है।

अभिनेत्री जेडईई 5 ग्लोबल पर अपनी उत्कृष्ट पैठणी साड़ियों के लिए जानी जाने वाली प्रसिद्ध कारीगर गोदावरी के जीवन पर आधारित सीरीज पैठानी में नजर आने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। यह शो एक मां और बेटी की कहानी है, जो अपनी आखिरी पैठणी साड़ी बुनते समय कई चुनौतियों का सामना करती हैं।

शो में ईशा सिंह, शिवम भार्गव, सैयद जफर अली और संगीता बालचंद्रन भी नजर आएंगे।

पैठणी जीवन का एक सुंदर रूपक है। जैसे साड़ी चांदी, सोने और रेशम के धागों से बुनी जाती है, वैसे ही जिंदगी भी अलग-अलग पलों से बनी होती है। कुछ पल चमकीले और सुनहरे होते हैं। कुछ रेशम की तरह सरल। यह कभी भी सीधा नहीं होता। लेकिन, हर महिला अपनी कहानी खुद बुनती है।

उन्होंने कहा, “जब मैंने स्क्रिप्ट पढ़ी, तो मुझे बुनाई की दुनिया की ओर आकर्षण महसूस हुआ और मैंने इसकी बातें सीखने का फैसला किया। यहां तक कि एक छोटे से क्रैश कोर्स ने भी मुझे यह सिखाया कि यह कितना चैलेंजिंग है। हर साड़ी के लिए महीनों की मेहनत, धैर्य और समर्पण की आवश्यकता होती है। इसके बाद इस परंपरा को जीवित रखने वाले कारीगरों के प्रति मेरे मन में सम्मान बढ़ा।,

अभिनेत्री को उम्मीद है कि यह शो भी उनके दर्शकों के दिलों में जगह बनाएगा, जैसे वह अब तक अपने काम के साथ अनुभव करने के लिए भाग्यशाली रही हैं।

उन्होंने कहा, मुझे जो प्यार मिला है, वह सचमुच कीमती है और मुझे उम्मीद है कि यह कहानी पीढ़ियों तक गूंजती रहेगी।

--आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Advertisment
Advertisment
Advertisment