Advertisment

भारत और मलेशिया करेंगे प्रसारण में सहयोग

भारत और मलेशिया करेंगे प्रसारण में सहयोग

Advertisment
author-image
IANS
New Update
--20231227203605

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

भारत और मलेशिया प्रसारण के क्षेत्र में एक-दूसरे का सहयोग करेंगे। भारत की ओर से प्रसार भारती और मलेशिया की तरफ से रेडियो टेलीविज़न मलेशिया इस सहयोग को आगे बढ़ाएंगे। दोनों देश मुख्यत: प्रसारण, समाचारों और ऑडियो-विज़ुअल के क्षेत्र में सहयोग करेंगे।

बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल को प्रसार भारती और रेडियो टेलीविज़न मलेशिया (आरटीएम) के बीच एमओयू, समझौते पर 7 नवंबर, 2023 को हुए हस्ताक्षर से अवगत कराया गया।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय के मुताबिक इसमें प्रसारण, समाचारों के आदान-प्रदान और ऑडियो-विज़ुअल कार्यक्रमों के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने की अपार क्षमता है। साथ ही इससे मलेशिया के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।

इसके साथ ही प्रसार भारती द्वारा विभिन्न देशों के साथ हुए एमओयू की कुल संख्या 46 हो गई है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के मुताबिक प्रसार भारती राष्ट्र निर्माण में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

Advertisment

देश तथा विदेश, दोनों में सभी को सार्थक और सटीक कन्‍टेंट प्रदान करने पर निरंतर ध्यान केंद्रित करता है। ये समझौता ज्ञापन अन्य देशों में कन्‍टेंट के वितरण, अंतरराष्ट्रीय प्रसारकों के साथ साझेदारी विकसित करने और नई प्रौद्योगिकियों की मांगों को पूरा करने के लिए नई रणनीतियों की खोज में महत्वपूर्ण सिद्ध होंगे।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय के मुताबिक एमओयू पर हस्ताक्षर करने का प्रमुख लाभ संस्कृति, शिक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, खेल, समाचार और अन्य क्षेत्रों में निशुल्‍क, गैर-निशुल्‍क आधार पर कार्यक्रमों के आदान-प्रदान से जुड़ा है।

भारत के लोक सेवा प्रसारक, प्रसार भारती ने रेडियो और टेलीविजन के क्षेत्र में सार्वजनिक प्रसारण में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए मलेशिया के लोक सेवा प्रसारक, रेडियो टेलिविज़न मलेशिया के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

Advertisment

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment