सेना प्रमुख, जनरल उपेंद्र द्विवेदी, ने चंडीमंदिर में पश्चिमी कमान मुख्यालय का दौरा कर वहां की ऑपरेशनल तैयारी का जायजा लिया. इस दौरे के दौरान उन्हें पश्चिमी कमान के सेना कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार द्वारा कमान की प्रमुख ऑपरेशनल, प्रशिक्षण, लॉजिस्टिक और प्रशासनिक मुद्दों पर जानकारी दी गई, जो कमान की प्रभावशीलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं.
भारतीय सेना की तैयारी को निरंतर सुदृढ़ बनाए रखने की आवश्यकता
सेना कमांडर ने पश्चिमी कमान में चल रहे सैन्य आधुनिकीकरण और ऑपरेशनल क्षेत्र में रणनीतिक सुधारों पर प्रकाश डाला, जो युद्ध तैयारी को बढ़ाने की दिशा में हैं. उन्होंने कमान के ऑपरेशनल लक्ष्यों को समर्थन देने के लिए किए जा रहे प्रशासनिक और लॉजिस्टिक सुधारों पर भी जानकारी दी. जनरल द्विवेदी ने पश्चिमी कमान के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्नत प्रौद्योगिकियों के समावेश की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि कमान की ऑपरेशनल क्षमताओं में तेजी और प्रभावी सुधार लाया जा सके. उन्होंने वरिष्ठ सैन्य नेतृत्व को वैश्विक भू-राजनीतिक घटनाओं से अवगत रहने के लिए प्रेरित किया और बदलते खतरों का सामना करने के लिए भारतीय सेना की तैयारी को निरंतर सुदृढ़ बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया.
कठुआ-पठानकोट क्षेत्र के अग्रिम ऑपरेशनल क्षेत्रों का भी दौरा किया
अपने दौरे के हिस्से के रूप में, जनरल द्विवेदी ने कठुआ-पठानकोट क्षेत्र के अग्रिम ऑपरेशनल क्षेत्रों का भी दौरा किया, जहां उन्हें योल स्थित राइजिंग स्टार कॉर्प्स के जनरल ऑफिसर कमांडिंग द्वारा मौजूदा सुरक्षा स्थिति और वहां तैनात सैनिकों की ऑपरेशनल तैयारी के बारे में अवगत कराया गया. सेना प्रमुख ने क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राइजिंग स्टार कॉर्प्स के जवानों की सराहना की और आतंकवाद विरोधी अभियानों में उनकी हालिया सफलता के लिए उनकी प्रशंसा की. यह दौरा भारतीय सेना की ऑपरेशनल तैयारी को उच्चतम स्तर पर बनाए रखने, बलों के आधुनिकीकरण और प्रभावी रक्षा अभियानों के लिए रणनीतिक वातावरण को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है.