दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज पद से इस्तीफा देंगे. केजरीवाल मंगलवार शाम साढ़े चार बजे उप राज्यपाल विनय सक्सेना से मुलाकात करेंगे. इस दौरान वे उप-राज्यपाल को अपनी इस्तीफा सौपेंगे.
इस्तीफा देने से पहले, अरविंद केजरीवाल ने सुबह 11 बजे सीएम हाउस में विधायक दल की बैठक बुलाई है. इसी मीटिंग में नए मुख्यमंत्री का नाम तय किया जाएगा. उप राज्यपाल से मुलाकात के दौरान, केजरीवाल नए मुख्यमंत्री का नाम सौपेंगे. सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री बनने की रेस में कई नाम आगे हैं, जिसमें सबसे अधिक चर्चा सुनीता केजरीवाल, आतिशी, गोपाल राय और कैलाश गहलोत की हो रही है. उम्मीद है कि इन्हीं चार नेताओं में से कोई एक मुख्यमंत्री पद संभाल सकता है. खास बात है कि नए मुख्यमंत्री और कैबिनेट का शपथ ग्रहण भी इसी सप्ताह होगा.
दिल्ली सीएम ने किया था यह ऐलान
तिहाड़ जेल से बाहर आने के दो दिन बाद 15 सितंबर को अरविंद केजरीवाल कार्यकर्ताओं से मिलने पार्टी दफ्तर पहुंचे थे. यहां उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने ऐलान किया कि वे आज से दो दिन बाद इस्तीफा देंगे. सीएम ने कहा कि मैं आज से दो दिन बाद इस्तीफा दूंगा. मैं अब तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, जब तक जनता अपना फैसला नहीं दे देती कि केजरीवाल ईमानदार है. उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते वक्त साफ किया था कि आम आदमी पार्टी का ही कोई विधायक मुख्यमंत्री बनेगा. उन्होंने कहा था कि मेरे इस्तीफे से दिल्ली विधानसभा भंग नहीं होगी. केजरीवाल ने कहा था कि बैठक में नए मुख्यमंत्री का सिलेक्शन किया जाएगा. उन्होंने कहा था कि न मैं और न ही मनीष सिसोदिया अब कोई जिम्मेदारी लेंगे. मैं और सिसोदिया जनता के बीच जाएंगे.
जल्द चनाव कराने की मांग
अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा देने के बाद मांग की कि दिल्ली में नवंबर में ही विधानसभा चुनाव कराए जाएं. उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र और झारखंड के साथ ही दिल्ली में भी विधानसभा चुनाव हो. बता दें, चुनाव आयोग की ओर से महाराष्ट्र और झारखंड में चुनावों की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है. दिल्ली में फरवरी 2025 में विधानसभा होने हैं.
हाल ही में जेल से हुए रिहा
अरविंद केजरीवाल हाल ही में तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर आए हैं. जेल से बाहर आकर उन्होंने लोगों को संबोधित किया था. उन्होंने ईश्वर को धन्यवाद दिया था. उन्होंने कहा था कि मेरे खून का कतरा-कतरा देश के लिए समर्पित है. इसके अलावा, उन्होंने कहा था कि देश वर्तमान में नाजुक वक्त से गुजर रहा है. राष्ट्र-विरोधी ताकतें भारत को कमजोर कर रही हैं.