Assam News: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एक और बड़ा ऐलान कर दिया है. सीएम हिमंता ने कहा कि असम में आधार कार्ड (Aadhaar Card) के लिए नए आवेदकों को NRC आवेदन की रसीद संख्या जमा करानी होगी. असम सरकार इसके लिए अगले 10 दिनों में एक अधिसूचना जारी करेगी कि अगर कोई एनआरसी के लिए आवेदन नहीं करता है, तो उसको नई प्रक्रिया में आधार कार्ड नहीं मिलेगा. सीएम हिमंता के इस फैसले से ‘मियां मुसलमान’ सकते में हैं!
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सीएम हिमंता ने क्यों लिया ये फैसला?
असम में घुसपैठ बढ़ी एक समस्या है, जिससे निपटने के लिए सीएम हिमंता तमाम जरूर कदम उठा रहे हैं. ‘मियां मुसलमान’ बांग्लादेश से आए उन मुसलमानों को कहा जाता है, जो असम में घुसपैठिए के रूप में कह रहे हैं. सीएम हिमंता ने बताया कि धुबरी जिले में जनसंख्या से अधिक आधार कार्ड जारी कर दिए गए हैं. यह संभव है कि कुछ संदिग्ध व्यक्तियों को आधार कार्ड प्राप्त हुए हों. अधिक संख्या में आधार कार्ड जारी होने से सीएम सरमा चिंतित हैं, इसलिए उन्होंने आधार कार्ड के लिए एनआरसी की रसीद संख्या देने को जरूरी किया है.
We are intensifying efforts to remove illegal immigrants from Assam. The State Government is initiating a series of coordinated actions that include enhanced surveillance, closer coordination with central agencies, additional deployment of force among others. @HMOIndia pic.twitter.com/DozR1GwTqJ
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) September 7, 2024
फैसले से सकते में ‘मियां मुसलमान’
साथ ही सीएम हिमंता ने साफ किया कि, ‘यह अधिसूचना 1 अक्टूबर से चाय बागान क्षेत्रों पर लागू नहीं होगी, अन्य जिलों में वयस्कों को एक सख्त प्रक्रिया से गुजरना होगा.’ सीएम हिमंता के इस फैसले से ‘मियां मुसलमान’ सकते में हैं, क्योंकि इस तरह उनकी पहचान करना आसान होगी. बता दें कि अभी हाल ही में असम के बरपेटा जिले के अलग-अलग इलाकों के 28 लोगों को थाने बुलाया गया था. भारतीय होने के पेपर नहीं के चलते इनको डिटेंशन कैंप भेज दिया गया था.
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अवैध अप्रवासियों की पहचान तेज
सीएम हिमंता ने शनिवार को प्रदेश की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से अवैध आव्रजन की पहचान और रोकथाम को तेज करने के उपायों के एक नए सेट की घोषणा की है. सीएम हिमंता ने कहा, ‘हाल के महीनों में हमने 20-30 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. आज हमने असम में अवैध अप्रवासियों की पहचान तेज करने के आदेश जारी किए हैं. इस प्रक्रिया को बड़ी ही सख्ती के साथ लागू किया जाएगा.’
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कितनों की हो चुकी है पहचान
एक हिंदी वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2024 से अबतक 54 अवैध अप्रवासियों की पहचान हो चुकी है, इनमें से सबसे ज्यादा 48 घुसपैठिए करीमगंज जिले में पकड़े गए हैं. वहीं बोगाईगांव जिले से 4, हाफलोंग जीआरपी और धुबरी जिले में एक-एक को पकड़ा गया है. इनमें से 45 लोगों को निवार्सित कर दिया गया है, जबकि 9 करीमगंज में अरेस्टेड हैं.
गौरतलब है कि सीएम हिमंता का साफ कहना है कि वो असम 'मियां मुसलमानों' की भूमि नहीं बनने देंगे. 5 सितंबर को भी उन्होंने मियां मुसलमानों को लेकर बड़ा हैरान कर देने वाला दावा किया था. उन्होंने कहा था कि नागांव और मोरीगांव में मछली पालन करने वालों लोगों की वजह से किडनी की बीमारियां बढ़ रही है. उन्होंने लोगों को मियां मुसलमानों से मछली नहीं खरीदने की सलाह दी थी.
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