Bangladesh Hindu Attack: बांग्लादेश में हिंदुओं पर किसी प्रकार का अत्याचार नहीं होना चाहिए, फिर चाहे वहां के व्यापारी हों, हिंदू मंदिर हो या फिर वहां रहने वाले भारतीय हों…यह कहना है योग गुरू बाबा रामदेव का. बाबा रामदेव ने हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के खिलाफ हो रही हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के खिलाफ पूरे देश को एकजुट होना होगा.
बाबा रामदेव ने विपक्षी नेता की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुझे खुशी हो रही है कि पहली बार पूरा विपक्ष सरकार के साथ खड़ा है. यही भारत की नीति होनी चाहिए. नहीं तो जिस तरह इस्लामिक कट्टरपंथ दुनिया भर में फैल रहा है, वह खतरनाक है. कट्टरपंथ पड़ोस में भी आ पहुंचा, भारत एकजुट नहीं हुआ तो खतरा हो सकता है. भविष्य में भी यही एकता आवश्यक है. आरक्षण, जाति और धर्म के आधार पर देश को बांटना ठीक नहीं है. असल मुद्दों पर भारत की राजनीति केंद्रित होनी चाहिए.
#WATCH | Yog Guru Baba Ramdev says, "There should be no cruelty or atrocity on Hindus in Bangladesh - be it the Hindus who are involved in trade there, or Hindu temples there, or Indians living there. For this, the entire country has to be united. I am happy to see that for the… pic.twitter.com/hoxvJfMz8W
— ANI (@ANI) August 6, 2024
कई हिंदू घरों को जलाया
हिंदुओं को वहां रहना दूभर हो गया है. 27 जिलों में हिंदुओं के घरों और व्यापारों को निशाना बनाया जा रहा है. बांग्लादेश के अखबार द डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार शाम तेलीपारा गांव में रहने वाले पूजा उद्यापन परिषद के सचिव प्रदीप चंद्र रॉय के घर पर प्रदर्शनकारियों ने खूब तोड़फोड़ की और लूटपाट की. प्रदर्शनकारियों ने परिषद के नगरपालिका सदस्य मुहिन रॉय की एक कंप्यूटर दुकानों में भी लूटपाट की. कालीगंज उपजिले के चंद्रपुर गांव में भी हिंदू परिवारों को लूटा गया. पड़ोसी देश में हिंदुओं से इतनी नफरत है कि हाटीबंधा जिले के सरदुबी गांव में कल रात 12 हिंदुओं के घरों को फूंक दिया गया.
हिंदू कहा जाएंगे
ओइक्या परिषद के वरिष्ठ संयुक्त महासचिव मोनिंद्र कुमार नाथ से मीडिया ने हिंदुओं पर हो रही हिंसा पर बात की. मीडिया से बात करते हुए उनका दुख छलक आया. नाथ का कहना है कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि वे अपने ही देश में अपने समुदाय के खिलाफ ऐसा हमला देखेंगे. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई जिला नहीं बचा है, जहां सांप्रदायिक दंगे नहीं हुए. हमारे घरों को दुकानों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. लोग सिर्फ रो रहे हैं. उन्हें वहां पीटा जा रहा है. बच्चों को मारा जा रहा है. भला इन सबमें हमारी क्या गलती है. हम तो इस देश के नागिरक हैं. उन्हें आशंका है कि हिंदुओं पर अभी और अटैक हो सकता है. अगर ऐसे हमले होते रहे तो हम कहां जाएंगे. कहां सिर छिपाएंगे.