Bangladesh Hindu Violence: बांग्लादेश में हिंसा जारी है. शेख हसीने के प्रधानमंत्री पद से हटते ही हिंदुओं के खिलाफ हिंसा शुरू हो गई है. हिंसा से प्रताड़ित लोग भारत में शरण लेने सीमा की ओर बढ़ रहे हैं. बांग्लादेश में हिंसा के कारण वे भारत में शरण चाह रहे हैं. हालांकि, बीएसएफ ने उन्हें अभी बॉर्डर पर ही रोक रखा है. सभी शरणार्थी जीरो प्वाइंट पर इकट्ठे हैं. वहां कोई आवामी लीग का नारा लगा रहा है तो कोई जय श्रीराम का नारा लगा रहा है. सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर बॉर्डर पर आम दिनों के मुकाबले अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात है.
बांग्लादेशी अपना घर-बार छोड़कर यहां आना चाहते हैं. जलपाईगुड़ी के बेरुबारी में बांग्लादेश सीमा पर कई लोग इकट्ठे हुए. सीतालकुची के पाठानठुली में भी सैकड़ों लोग भारत आने की आस में परिवार सहित खड़े हैं. बीएसएफ की मानें तो यह सभी लोग बांग्लादेश के लालमनिरहाट जिले के पश्चिम गोतामारी, गाइबंदा, डाकातारी और पूर्वी गोतामारी सहित अन्य इलाकों से आए हैं. सभी लोग शेख हसीना के समर्थन में नारे लगा रहे हैं. इनमें कुछ लोग भारत माता की जय तो कुछ जय श्रीराम कह रहे हैं.
हसीना के बेटे ने पीएम मोदी का किया आभार
इसके अलावा, शेख हसीना के बेटे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया. उन्होंने कहा कि वे पीएम मोदी के आभारी हैं क्योंकि उन्होंने उनकी मां की जान बचा ली है. बेटे जॉय ने आगे कहा कि भारत ने बहुत ही कम समय में मेरी मां को अपनी सीमा में प्रवेश करने की अनुमति दी. उन्होंने कहा कि अगर मेरी मां भारत नहीं पहुंचती तो लोग बांग्लादेश में उनकी हत्या हो सकती थी.
हिंदुओं पर हो रहे हमले की निंदा
बांग्लादेश में उठापटक में बीच हिंदुओं पर हो रहे हमलों की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने आलोचना की है. उन्होंने कहा कि हिंदुओं का नरसंहार और मंदिरों को ध्वस्त करना अहसनीय है. उन्होंने सरकार से मांग की कि वे इसमें हस्तक्षेप करें. बता दें, पड़ोसी देशों में हिंदुओं के घरों और दुकानों को जलाया जा रहा है. मंदिरों को तोड़ा और नष्ट किया जा रहा है. हिंदुओं का कत्लेआम हो रहा है.