महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भले ही महायुति गठबंधन को प्रचंड जीत मिली है, लेकिन अब तक महायुति गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद का ऐलान नहीं हो पाया है. पांच दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह होना प्रस्तावित है. लेकिन अब तक कयासों का दौर खत्म नहीं हो पाया है. सबसे अधिक सीटें जीतने वाली भाजपा ने आज अपने प्रयर्वेक्षक महाराष्ट्र भेजे हैं. पर्यवेक्षक विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान करेंगे. इस बीच भाजपा ने अपने हुकुम का इक्का फेंक दिया है.
शिंदे से मिलने पहुंचे ‘हनुमान’
इन सबके बीच भाजपा नेता गिरीश महाजन कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मिलने पहुंचे. महाजन को सियासी गलियारों में भाजपा का हनुमान यानी संकटमोचक भी कहा जाता है. इस वजह से सियासी गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं. महाजन और शिंदे के बीच हुई मुलाकात के विभिन्न मायने निकाले जा रहे हैं.
मुलाकात के बाद क्या बोले भाजपा के हनुमान
हालांकि, एकनाथ शिंदे से मुलाकात के बाद गिरीश महाजन ने कहा कि एकनाथ पिछले कई दिनों से बीमार थे. मैं इसी वजह से उनसे मिलने पहुंचा हूं. हमारे बीच कोई भी नाराजगी नहीं है. हम एक घंटे तक साथ थे. हमने काफी बातचीत की. पांच दिसंबर को होने वाले शपथ ग्रहण समरोह को लेकर हमने उनसे बातचीत की. मैंने भी उनसे अपने कुछ विचार साझा किए. हम लोगों को मिलकर प्रदेश के लोगों के लिए बहुत काम करना है. जनता के हित में भाजपा और शिवसेना एक बार फिर साथ मिलकर काम करने जा रही है.
भाजपा ने जीती 132 सीटें
हालांकि, आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन ने प्रचंड जीत हासिल की है. अकेले भाजपा ने अपने दम पर 132 सीटें जीती हैं. वहीं 288 विधानसभा सीटों में से 232 सीटों पर महायुति गठबंधन को जीत मिली है. अब मुख्यमंत्री पद के लिए खींचतान जारी है. भाजपा इस बार अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहती है. वहीं एकनाथ शिंदे की लालसा है कि इस बार भी मुख्यमंत्री वही बनें.