Chanakya Defence Dialogue 2024: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चाणक्य डायलॉग में भारत और चीन के बीच चल रही कूटनीतिक और सैन्य बातचीत पर महत्वपूर्ण बयान दिया. उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच कुछ क्षेत्रों में तनाव को कम करने के लिए लगातार बातचीत हो रही है, जिससे LAC पर जमीनी स्थिति बहाल करने के लिए एक व्यापक सहमति बनी है. उन्होंने कहा, ‘यह लगातार संवाद की ताकत है कि देर-सबेर समाधान निकल ही आता है.’
#WATCH | Delhi: Speaking at the Chanakya Defence Dialogue 2024, Union Defence Minister says, "India and China have been involved in talks both at the diplomatic and military levels to resolve their differences in certain areas along the LAC. A broad consensus has been achieved to… pic.twitter.com/c38cHjqCDD
— ANI (@ANI) October 24, 2024
ये भी पढ़ें: क्या है Smart Bomb, जिनसे हिजबुल्लाह पर कहर बरपा रहा Israel, महज 5 सेकेंड में ध्वस्त की मल्टीस्टोरी बिल्डिंग
‘आर्थिक विकास के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा जरूर’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि आज के तकनीकी युग में कंप्यूटर सूचना प्रौद्योगिकी, सैटेलाइट संचार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे नवाचार ग्लोबल इकोनॉमी को बदल रहे हैं. उन्होंने आर्थिक विकास के लिए सुरक्षा के महत्व पर भी जोर दिया, लेकिन इसे सीधे तौर पर आर्थिक वृद्धि का कारक नहीं माना जा सकता है. उन्होंने कहा कि डिफेंस पर बड़े पैमाने पर खर्च किया जाता है, क्योंकि आर्थिक विकास तभी संभव है, जब राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित हो.’
ये भी पढ़ें: E. coli: क्या है ई. कोली, McDonald's के Burger से फैला संक्रमण? जानें- कितना शॉकिंग है ये पूरा मामला
‘सुरक्षा में आतंरिक स्थिरता भी शामिल’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि सुरक्षा केवल सीमाओं की रक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें आंतरिक स्थिरता, आर्थिक लचीलापन और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा भी शामिल है. उन्होंने कहा कि, ‘जब हम देश में हथियार और रक्षा उपकरण बनाते हैं, तो इससे न केवल हमारी सुरक्षा मजबूत होती है, बल्कि इससे अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों को भी मजबूती मिलती है.’
ये भी पढ़ें: क्या है BRICS Pay, भारत समेत इन देशों को रूस ने दिया जिसका प्रस्ताव, US के खिलाफ पुतिन का मास्टरस्ट्रोक?
‘डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भरता के लिए प्रतिबद्ध’
राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर पहले से ही रक्षा क्षेत्र को आर्थिक विकास का एक अहम हिस्सा माना गया होता, तो भारत आज रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता काफी पहले ही हासिल कर चुका होता. इस बयान से उन्होंने घरेलू रक्षा उत्पादन को प्रोत्साहित करने और देश को डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया, जो न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करता है, बल्कि आर्थिक विकास में भी अहम भूमिका निभाता है.
ये भी पढ़ें: क्या है कैटफिशिंग, Netflix पर रिलीज डॉक्यूमेंट्री Sweet Bobby: My Catfish Nightmare में दिखाया शॉकिंग इस्तेमाल