Chinese Spy Balloon News: चीन अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. भारतीय वायुसेना ने उसकी मक्कारी का करारा जवाब दिया. घटना कुछ महीने पहले की बताई जा रही है. तब अंडमान-निकोबार के ऊपर चीन के जासूसी गुब्बारे को मंडराते हुए देखा गया था. इस गुब्बारे की सूचना मिलते ही भारतीय एयरफोर्स ने तुरंत एक्शन लिया. उसने इस गुब्बारे को राफेल फाइटर जेट की मदद से ढेर कर दिया. इस तरह भारतीय एयरफोर्स ने चीन की मक्कारी का करार जवाब दिया.
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चीन का जासूसी गुब्बारा ढेर
रक्षा सूत्रों ने एक न्यूज एजेंसी को बताया है कि भारतीय वायुसेना ने कुछ महीने पहले ईस्टर्न एयर कमांड एरिया में चीन का जासूसी गुब्बारा देखा था जिसे इंडियन एयरफोर्स ने राफेल फाइटर जेट का इस्तेमाल कर मार गिराया था.
IAF proved capability to strike down Chinese spy balloon-type targets at very high altitude
— ANI Digital (@ani_digital) October 6, 2024
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पता चला है कि चीन का ये जासूसी गुब्बारा अंडमान निकोबार के ऊपर काफी ऊंचाई पर उड़ रहा था, जिसे नीचे जमीन से आसानी से भी नहीं देखा जा सकता था. बताया गया है कि चीन का ये जासूसी गुब्बारा का काफी दिनों से मंडरा रहा था. पिछले साल ऐसा ही एक गुब्बारा अमेरिका में देखा गया था, जिसके बाद हड़कंप मच गया था. बाद में अमेरिकी एयरफोर्स ने उसे F-22 Raptor fighter jet से मार गिराया था.
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अंडमान-निकोबार के ऊपर उड़ रहा जासूसी गुब्बार एक विशाल बोल के आकार का था, जिसके नीचे रस्सियों से कुछ बंधा हुआ था. ऐसा माना जाता है कि इस तरह के गुब्बारों का इस्तेमाल चीन बड़े क्षेत्र में निगरानी (जासूसी) करने के लिए करता है. इसे देखे जाने के तीन-चार दिन बाद तक इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके बाद यह दूर चला गया.
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जब ये फिर से दिखाई दिया, तब भारतीय वायुसेना ने इसे राफेल फाइटर जेट से मार गिराया. यह भी माना जाता है कि चीनी जासूसी गुब्बारों में किसी प्रकार की स्टीयरिंग मैकेनिज्म (steering mechanism) होती है, जिसका उपयोग कर चीन इन गुब्बारों को उन इलाकों के ऊपर स्थिर रखकर जासूसी करता है. भारतीय वायुसेना के लिए ये किसी उपबल्धि से कम नहीं है, क्योंकि अब इस तरह के जासूसी गुब्बारों को ढेर करने की क्षमता उन्होंने डेवलप कर ली है.
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