सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 को रिटायर होने वाले हैं. जस्टिस संजीव खन्ना उनकी जगह लेंगे. सीजेआई के रूप में चंद्रचूड़ के पास महज पांच दिनों का वक्त बचा हुआ है. इन पांच दिनों में सीजेआई की बेंच को कई अहम फैसले सुनाने हैं.
यह फैसले इतने अहम हैं कि देश भर की नजरें इन पर रहने वाली है. दरअसल, दिवाली की छुट्टी के कारण सुप्रीम कोर्ट अभी बंद है. अब अदालत सीधे चार नवंबर को खुलेगा. सीजेआई चंद्रचूड़ की बेंच को चार से आठ नवंबर तक कई बड़ें मामलों के फैसले सुनाने हैं. चूंकि नौ और 10 नवंबर को शनिवार और रविवार है, जिस वजह से सुप्रीम कोर्ट बंद रहेगा. इसी वजह से सीजेआई चंद्रचूड़ का आखिरी दिन आठ नवंबर होगा. आज हम आपको बताने वाले हैं, सीजेआई चंद्रचूड़ के आने वाले फैसलों के बारे में…
मदरसा एक्ट मामला
सीजेआई के अहम फैसलों में मदरसा एक्ट मामला सबसे अहम है. मदरसा एक्ट मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 22 अक्टूबर को सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित कर लिया था. सुप्रीम कोर्ट में 22 अक्टूबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी गई थी. इस पर सुनवाई हुई, जिसके बाद फैसला सुरक्षित रख लिया गया था. हाईकोर्ट के जिस फैसले को चुनौती दी गई है, उसमें हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश मदरसरा शिक्षा बोर्ड अधिनियम 2004 को असंवैधानिक घोषित किया था.
AMU का माइनॉरिटी स्टेटस
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के माइनॉरिटी स्टेटस का मुद्दा भी काफी चर्चा का विषय है. सीजेआई की बेंच इस मामले में भी फैसला सुनाएगी. सुप्रीम कोर्ट में इस बारे में काफी समय तक सुनवाई चली थी. मामले में सात जजों की पीठ ने सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था. अब यह देखना अहम है कि सुप्रीम कोर्ट अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा देता है या फिर नहीं.
कौन हैं भारत के अगले चीफ जस्टिस संजीव खन्ना
भारत के अलग चीफ जस्टिस संजीव खन्ना उस बेंच में भी थे, जिसने दिल्ली के तत्कालीन सीएम अरविंद केजरीवाल को बेल दी थी. केजरीवाल को एक बार अंतरिम और दूसरी बार परमानेंट बेल जस्टिस खन्ना ने ही दी थी. जस्टिस खन्ना कई अहम सुनावाई का हिस्सा रहे हैं, जिसमें इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम, वीवीपैट का 100% वैरिफिकेशन और अनुच्छेद 370 निरस्त करने जैसे फैसले शामिल हैं. उन्होंने बिलकिस बानो केस में भी फैसला दिया था.