रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विजयदशमी के अवसर पर 12 अक्टूबर को सशस्त्र पूजन की. उन्होंने यह पूजन पश्चिम बंगाल के सुकना सैन्य स्टेशन पर की. इस दौरान, उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो इन हथियारों का इस्तेमाल भी किया जाएगा. रक्षा मंत्री का निशाना पाकिस्तान और देश विरोधी ताकतों की ओर था.
रक्षा मंत्री ने कलश पूजा के साथ अनुष्ठान शुरू किया. इसके बाद शस्त्र पूजा और वाहन पूजा की गई. उन्होंने पैदल सेना, तोपखाना और संचार प्रणालियों, गतिशीलता प्लेटफोर्मों और ड्रोन प्रणालियों सहित कई आधुनिक सैन्य उपकरणों की भी पूजा की.
भारत ने कभी पहले हमला नहीं किया
शस्त्र पूजा के बाद उन्होंने संबोधन में सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए सशस्त्र बलों की सतर्कता की सराहना की. उन्होंने कहा कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. उन्होंने आगे कहा कि भारत ने नफरत या फिर अवमानना के वजह से किसी भी देश पर कभी भी हमला नहीं किया. हम सिर्फ तभी हथियार उठाते हैं, जब कोई हमारे देश की अखंडता और संप्रभुता को चुनौती देता है. हम तभी हथियार उठाते हैं, जब धर्म, मानवीय मूल्यों और सत्य के खिलाफ युद्ध छेड़ा जाता है. हमें विरासत में भी यही मिला है. इस विरासत को हम संरक्षित रखेंगे.
बड़े कदम उठाने में हिचकिचाएंगे नहीं
सिंह ने कहा कि हमारे हितों को अगर खतरा है तो हम बड़े कदम उठाने से हिचकिचाएंगे नहीं. शस्त्र पूजा का संकेत है कि अगर जरुरत होगी तो हथियारों और उपकरणों का इस्तेमाल पूरी ताकत से किया जाएगा.
यह अधिकारी रहे मौजूद
कार्यक्रम में रक्षा मंत्री के साथ-साथ थल सेना अध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, मनोनीत रक्षा सचिव आर.के. सिंह, पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राम चन्द्र तिवारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.