Donald Trump News: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और 2024 के रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने व्यापारिक टैरिफ के मुद्दे पर अपनी कड़ी नीतियों का समर्थन करते हुए कहा कि अमेरिका के सहयोगी देशों ने दुश्मनों से अधिक फायदा उठाया है. उन्होंने चीन, भारत और यूरोपीय संघ जैसे देशों को भी व्यापारिक मामलों में चुनौतीपूर्ण करार दिया.
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सहयोगियों से नुकसान का आरोप
आपको बता दें कि शिकागो के इकोनॉमिक क्लब में मंगलवार को बोलते हुए ट्रम्प ने अमेरिका के सहयोगी देशों पर आरोप लगाया कि उन्होंने व्यापारिक संबंधों में अमेरिका का फायदा उठाया है. ट्रम्प ने कहा, ''हमारे सहयोगी देशों ने हमें हमारे दुश्मनों से भी ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. हमारे सहयोगी यूरोपीय संघ हैं और हमारे पास यूरोपीय संघ के साथ $300 बिलियन का व्यापार घाटा है.'' वहीं ट्रम्प ने सवाल उठाया कि ये व्यापारिक समझौते इतने खराब क्यों हैं और जो लोग इसे कर रहे हैं, वे या तो बहुत मूर्ख हैं या फिर उन्हें रिश्वत दी जा रही है. ट्रम्प ने अपने कार्यकाल के दौरान व्यापारिक टैरिफ लगाने की अपनी नीति का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने चीन और दक्षिण कोरिया जैसे देशों पर टैरिफ लगाए, जिससे अमेरिकी कार उद्योग को बचाया जा सका.
चीन पर लगाए थे कड़े टैरिफ
वहीं आपको बता दें कि चीन पर ट्रम्प ने विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया और कहा कि उन्होंने चीन पर 27.5% टैरिफ लगाए थे, जिससे अमेरिका को चीनी कारों की बाढ़ से बचाया जा सका. उन्होंने कहा कि अगर ये टैरिफ नहीं लगाए जाते, तो अमेरिकी ऑटो उद्योग पूरी तरह से बंद हो जाता और अमेरिकी नौकरियां समाप्त हो जातीं. उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिकी कार कंपनियां छोटे ट्रक और एसयूवी से अपनी अधिकांश कमाई करती हैं और टैरिफ हटाए जाने पर अमेरिकी कार कंपनियों को भारी नुकसान हो सकता था.
भारत भी मुश्किल, लेकिन चीन सबसे कठिन
साथ ही आपको बता दें कि भारत को लेकर ट्रम्प ने कहा कि यह भी एक कठिन देश है. उन्होंने कहा, ''भारत एक बहुत कठिन देश है. केवल चीन ही नहीं है, हालांकि चीन सबसे कठिन है. यूरोपीय संघ भी बेहद मुश्किल है.'' ट्रम्प ने यूरोपीय संघ पर भी निशाना साधा और कहा कि ये देश अमेरिका से बड़ा फायदा उठाते हैं और व्यापारिक घाटे को बढ़ाते हैं. उन्होंने यूरोपीय संघ के देशों को 'सुंदर' और 'शानदार' कहकर उनका व्यंग्यात्मक रूप से उल्लेख किया, लेकिन यह भी कहा कि ये देश अमेरिका के साथ बहुत खराब व्यवहार करते हैं.
अमेरिकी कंपनियों की सुरक्षा के लिए टैरिफ का समर्थन
इसके अलावा आपको बता दें कि ट्रम्प ने अपनी टैरिफ नीतियों का समर्थन करते हुए कहा कि वह अमेरिकी कंपनियों को वापस लाने और उन पर और भी कम कर लगाने की योजना बना रहे हैं, ताकि वे अमेरिका में उत्पाद बना सकें. उन्होंने कहा, ''हम उन कंपनियों की सुरक्षा के लिए मजबूत टैरिफ लगाएंगे, क्योंकि मैं टैरिफ में विश्वास करता हूं.''
रूस पर भी दिया बयान
हालांकि, रूस पर सवालों का जवाब देते हुए ट्रम्प ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अपने संबंधों का बचाव किया. उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान रूस और अन्य देशों के साथ व्यापारिक नीतियों पर कड़ी प्रतिक्रिया का संकेत दिया, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को समर्थन मिल सके.