DRDO Interceptor Missile Test: डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) ने बुधवार को एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है. उसने एक ऐसा परीक्षण किया, जिससे चीन और पाकिस्तान के होश उड़ गए हैं. इस परीक्षण के बाद अब दुश्मन की मिसाइलें हवा में ही नष्ट की जा सकेंगी. DRDO ने ओडिशा के चांदीपुर स्थित आईटीआर में ये परीक्षण किया है. उसने दूसरे चरण के बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम का फ्लाइट-टेस्ट सफलतापूर्वक किया.
यह परीक्षण बुधवार दोपहर 4.20 बजे शुरू हुआ. पहले टारगेट पृथ्वी-2 बैलिस्टिक मिसाइल दागी गई, फिर ओडिशा स्थिति एलसी-IV धामरा से इंटरसेप्टर मिसाइल AD-1 लॉन्च की गई, जिसने बंगाल की खाड़ी में पृथ्वी-2 मिलाइल को निशाना बनाया. इस परीक्षण के बाद देश की सैन्य ताकत में जबरदस्त इजाफा होगा.
DRDO ने एक्स पर शेयर की जानकारी
डीआरडीओ ने एक्स (पहले ट्विटर) पर इसको लेकर जानकारी साझा की. डीआरडीओ ने अपने पोस्ट में लिखा, 'दूसरे चरण के बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम का सफलतापूर्वक फ्लाइट टेस्ट किया गया, जिसने परीक्षणों के सभी उद्धेश्यों को पूरा किया. इससे एलआर सेंसर्स, लॉ लेटेंसी कम्युनिकेशन सिस्टम & एडवांस इंटरसेप्टर मिसाइलों से युक्त इस युद्ध प्रणाली को मान्यता मिली.'
यहां देखें- इंटरसेप्टर मिसाइल का सफल परीक्षण
Phase II Ballistic Missile Defence System successfully flight tested today, meeting all the trial objectives validating complete network centric warfare weapon system consisting of LR sensors, low latency communication system & Advance Interceptor missiles pic.twitter.com/NarnAtzose
— DRDO (@DRDO_India) July 24, 2024
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी डीआरडीओ को बधाई
इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ को बढ़ाई दी. रक्षा मंत्रालय ने एक्स पर लिखा, 'आज, 24 जुलाई 2024 को @DRDO_India ने Phase-II बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली का सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया. इसके लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने DRDO को बधाई दी है और कहा है कि इस परीक्षण ने एक बार फिर हमारी बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा क्षमता का प्रदर्शन किया है.'
Today, 24th July 2024, the @DRDO_India successfully flight-tested Phase-II Ballistic Missile Defence System.
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) July 24, 2024
Raksha Mantri Shri @rajnathsingh has congratulated DRDO for today’s successful flight test of Phase-II Ballistic Missile Defence System and stated that the test has… pic.twitter.com/Szinqp5gIG
क्या होती हैं इंटरसेप्टर मिसाइल
AD-1 इंटरसेप्टर मिसाइल टू-स्टेज, सॉलिड प्रोपेलेंट मिसाइल है, जिसका इस्तेमाल एक्सो-वायुमंडलीय और एंडो-वायुमंडलीय में लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को तबाह करने में किया जा सकता है. यह भारत फेस-II बैलिस्टिक मिसाइस डिफेंस (BMD) प्रोग्राम का हिस्सा है, इसमें एडवांस स्वदेशी मिसाइल कंट्रोल सिस्टम है. इस मिसाइल का सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि अब पाकिस्तान या चीन की तरफ से आने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को हवा में नष्ट किया जा सकेगा. इंटरसेप्टर मिसाइल के AD-1 और AD-2 दो वैरिएंटस् हैं