भारत का पूर्वी प्रदेश मणिपुर लंबे समय से संवेदनशील हैं. मणिपुर के इंफाल जिले में इस बीच उग्रवादियों ने फिर से ड्रोन हमला कर दिया. उग्रवादियों ने पहाड़ी की चोटी से अंधाधुंध गोलीबारी की. सुरक्षाबलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया. 23 साल की एक महिला ड्रोन अटैक में घायल हो गई. महिला को अस्पताल में भर्ती कराया है और उसकी हालत फिलहाल स्थिर है. इसके अलावा, कुकी समुदाय ने मैतई लोगों को धमकाया है और उन्हें तीन दिन में गांव खाली करने के लिए कहा है.
पुलिस ने बताया कि दो दिन में यह दूसरा अटैक हुआ है. पहला ड्रोन अटैक रविवार को हुआ था तो दूसरा अटैक सोमवार को. रविवार को हुए हमले में एक महिला सहित दो लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा, मृत महिला की 13 साल की बिटिया और एक पुलिस अधिकारी सहित नौ लोग घायल हो गए हैं.
मैतई समुदाय के लोगों में डर
जानकारी के अनुसार, इंफाल से 18 किलोमीटर दूर कोत्रुक गांव में मैतेई समुदाय के लोग रहते हैं. रविवार दोपहर दो बजे गोलीबारी हुई. लोग किसी तरह वहां से जान बचाकर भाग सके. गांव खाली होने के बाद उग्रवादियों ने खाली घरों में लूटपाट की. पांच घरों और वहां खड़ी गाड़ियों को उन्होंने फूंक दिया. हालांकि, रात में सुरक्षाबलों ने हमलावरों को खदेड़ दिया. मैतई समुदाय के लोग अब भी अपने घर नहीं लौटे हैं. वे अब भी छिपे हुए हैं. उन्हें अंदेशा है कि दोबारा बड़े स्तर पर हिंसा भड़क सकती है.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं है
कौत्रुक गांव के रहने वाले प्रियोकुमार ने बताया कि अब तक उनके गांव में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था नहीं हो पाई है. डर के मारे लोगों ने गांव छोड़ दिया है. कौत्रुक और आसपास के क्षेत्रों में हिंसा भड़कने का डर है और कॉलेज दोबारा बंद हो सकता है. बता दें, भाजपा विधायक और सीएम बीरेन सिंह के दामाद रादकुमार इमो सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है. उनकी मांग है कि सुरक्षा का जिम्मा अब राज्य को दे देना चाहिए. 60 हजार केंद्रीय बलों के जवानों को अब राज्य से हटा देना चाहिए. केंद्रीय बलों के कारण शांति बहाल नहीं हो पा रही है.
कुकी समुदाय ने दी धमकी
कुकी समुदाय के संगठन ने एक वीडियो जारी की है, जिसमें धमकाते हुए वे कह रहे हैं कि अगर मैतई लोगों ने तीन दिन में गांव खाली नहीं किया तो कुकी वॉलेंटियर्स उन्हें खदेड़-खदेड़ कर मारेंगे. मामले में सीएम का कहना है कि राज्य में शांति है. वे हमें मूर्ख समझते हैं.