पीएम नरेंद्र मोदी को मिले उपहारों और स्मृति चिह्नों की ई-नीलामी मंगलवार से आरंभ हो गई. यह 2 अक्टूबर तक जारी रहने वाली है. केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से 600 से ज्यादा उपहारों और स्मृति चिह्नों की ऑनलाइन नीलामी होगी. केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमपर को मीडिया को जानकारी दी कि यह असाधारण संग्रह देश की संस्कृति, आध्यात्मिकता, इतिहास और राजनीति के समृद्ध ताने-बाने को दर्शाने का प्रयास करती है.
नीलामी का एक मार्मिक हिस्सा भारत के वीर योद्धाओं को समर्पित
ई-नीलामी में भाग लेने को इच्छुक शख्स आधिकारिक वेबसाइट - http://pmmemento.gov.in/ के जरिए पंजीकरण कर भाग ले सकते हैं. नीलामी का एक मार्मिक हिस्सा भारत के वीर योद्धाओं और स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित है. यह देश के इतिहास के गौरवशाली अघ्यायों का जश्न मनाते हैं. नीलामी की एक प्रमुख विशेषता पैरालंपिक खेलों, 2024 से खेल स्मृति चिह्न हैं.
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नीलामी की श्रृंखला का छठा संस्करण
यह प्रधानमंत्री के स्मृति चिह्नों की सफल नीलामी की श्रृंखला का छठा संस्करण है. सबसे पहला संस्करण जनवरी 2019 में आरंभ हुआ था. पांच संस्करणों में अब तक 50 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई गई है. मंत्री के अनुसार, बीते संस्करणों की तरह, इस बार नीलामी से मिली राशि नमामि गंगे परियोजना को सौंपी जाएगी. ये राशि गंगा नदी के संरक्षण और पुनरुद्धार के काम आएगी.
पारंपरिक रूप से दी जाने वाली कई वस्तुएं शामिल
नीलामी के लिए पेश वस्तुओं में पारंपरिक कला की एक श्रृंखला को रखा गया ह. इसमें जीवंत पेंटिंग, जटिल मूर्तियां, स्वदेशी हस्तशिल्प और आकर्षक लोक एवं आदिवासी कलाकृतियां को रखा गया है. स्मृति चिन्ह्न के रूप में पारंपरिक अंगवस्त्र, शॉल, सिर की टोपियां और सेरेमोनियल तलवारों समेत सम्मान और आदर के प्रतीक के रूप में पारंपरिक रूप से दी जाने वाली कई वस्तुएं शामिल हैं.