महाराष्ट्र के हिस्से में हर चुनाव के बाद लगता है कि हाई वोल्टेज ड्रामे का सीन आता ही है. पिछले विधान सभा चुनाव के रिजल्ट आने के बाद भी ऐसा ही कुछ हुआ था तो इस बार भी 23 नवंबर को नतीजे आ चुके हैं लेकिन सीएम को लेकर सियासत का पारा हाई है.
महाराष्ट्र विधान सभा इलेक्शन के रिजल्ट आने के बाद पहले लगा कि शिवसेना के पूर्व सीएम एकनाथ शिंदे ही सीएम बनेंगे. बाद में पॉलिटिक्स में नया मोड़ आया तो फिर पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस का नाम सामने आया. एकनाथ शिंदे भी मीडिया के सामने आकर कहते हैं कि वह सीएम की रेस में नहीं हैं.
आखिर शिंदे गांव क्यों चले गए?
जब सबकुछ हैप्पी हैप्पी मूड में चल रहा था, तभी अचानक एकनाथ शिंदे अपने गांव चले गए जहां न तो मोबाइल का नेटवर्क आता है और न ही उनसे कोई संपर्क किया जा सकता है. शिंदे से यदि संपर्क करना है तो खुद जाकर वहीं मिलना पड़ेगा. ऐसे में यह कयास उठ रहा है कि आखिर शिंदे गांव क्यों चले गए जबकि आज शनिवार को सीएम के पद की घोषणा होने के कयास लग रहे हैं.
अब आप यह खबर भी पढ़ें- महाराष्ट्र में हुआ बड़ा खेला: न शिंदे न फडणवीस…अब यह नेता बनेगा मुख्यमंत्री! शपथ ग्रहण से पहले हुआ बदलाव
बड़ा फैसला लेना होता है तो…
इस बात का खुलासा करते हुए शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने बताया कि एकनाथ शिंदे को जब भी कोई बड़ा फैसला करना होता है तो वह उसके लिए पूरा समय लेते हैं और एकांत में अपने गांव वाले घर चले जाते हैं जहां उनसे किसी भी तरह का गैरजरूरी संपर्क नहीं हो सकता है.
अब आप यह खबर भी पढ़ें- रूस के रक्षा मंत्री से मिले किम जोंग उन, मॉस्को के युद्ध प्रयासों में निरंतर समर्थन का किया वादा
सीएम को लेकर अभी भी चल रहा कयास
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन का दिल्ली में फॉर्मूला तैयार हो रहा है और 2 दिसंबर को शपथ ग्रहण होना है लेकिन महाराष्ट्र के सीएम को लेकर अभी भी कुछ भी स्पष्ट नहीं है. शिंदे को केंद्र में लाने या डिप्टी सीएम बनाने का ऑफर दिया गया लेकिन शायद वह इस पर कोई सहमति नहीं दे सके. इसी बीच जब उन्हें महायुति के अन्य नेताओं के साथ शामिल होना था लेकिन वह अपने गृहस्थान सतारा के लिए निकल गए.
अब आप यह खबर भी पढ़ें- Maharashtra: फिक्स हो गई महाराष्ट्र CM के शपथ ग्रहण समारोह की तारीख, नाराज एकनाथ शिंदे इस मांग पर अबतक अड़े