Natwar Singh Passes Away: पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह का शनिवार देर रात 93 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने गुरुग्राम के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली. वह पिछले कई महीनों से बीमार थे और गुरुग्राम के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. पूर्व कांग्रेस नेता नटवर सिंह तत्कालीन यूपीए सरकार में 2004-05 के दौरान भारत के विदेश मंत्री रहे.
भरतपुर में हुआ था नटवर सिंह का जन्म
नटवर सिंह का जन्म 1931 में राजस्थान के भरतपुर जिले में हुआ था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह पिछले कई दिनों से दिल्ली के निकट गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. जहां उनके परिवार के कुछ सदस्यों के अलावा उनके बेटे भी अस्पताल में मौजूद थे. सोमवार (12 अगस्त) को दिल्ली में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए परिवार के अन्य सदस्य उनके गृह राज्य से दिल्ली आ रहे हैं. पूर्व कांग्रेस सांसद और राज्यसभा सदस्य नटवर सिंह तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए-1 सरकार में भारत के विदेश मंत्री रहे थे.
Former External Affairs Minister Natwar Singh passed away following prolonged illness, at Medanta Hospital in Gurugram (Haryana) around 11.30 pm last night. His last rites will be performed at Lodhi Road Crematorium tomorrow, 12th August.
— ANI (@ANI) August 11, 2024
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1984 में पद्म भूषण से सम्मानित हुए थे नटवर सिंह
के. नटवर सिंह को साल 1984 में देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था. ये सम्मान उन्हें सार्वजनिक जीवन में उल्लेखनीय योगदान मिला था. वह विदेश मंत्री बनने से पहले बतौर नौकरशाह भारतीय विदेश सेवा (IFS) में 31 साल तक कार्यरत रहे. साल 1953 में वह भारतीय विदेश सेवा में आए. उसके बाद उन्होंने अमेरिका, चीन (पेइकिंग) और संयुक्त राष्ट्र समेत कई अहम स्थानों पर अपनी सेवाएं दीं.
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भारतीय विदेश सेवा में नटवर सिंह का सफर
के. नटवर सिंह का भारतीय विदेश सेवा का सफर 1953 में शुरू हुआ. सबसे पहले वह साल 1956-58 तक चीन के पेइकिंग में रहे. इसके बाद वह 1961-66 तक न्यूयॉर्क में भारत के स्थायी मिशन के तहत नियुक्त किए गए. इसके बाद 1962-66 के तक वह यूनिसेफ के कार्यकारी बोर्ड में भारत के प्रतिनिधि के रूप नियुक्त किए गए. उन्होंने 1975 में जमैका के किंग्स्टन में आयोजित राष्ट्रमंडल प्रमुखों की बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई की.
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साल 1971-73 तक वह पोलैंड में भारत के राजदूत रहे. इसके बाद वह 1973-77 के यूनाइटेड किंगडम में भारत के उप उच्चायुक्त नियुक्त किए गए. साल 1977 में वह जाम्बिया में भारत के उच्चायुक्त रहे. इसके बाद साल 1980-82 में वह पाकिस्तान में भारत के राजदूत रहे.
के. नटवर सिंह का राजनीतिक सफर
नटवर सिंह ने साल 1984 में भारतीय विदेश सेवा से त्यागपत्र दे दिया और कांग्रेस में शामिल हो गए. इसी साल वह आठवीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए और पहली बार सांसद बनकर संसद पहुंचे. साल 1985-86 में उन्हें केंद्रीय इस्पात, खान और कोयला राज्य मंत्री (इस्पात विभाग) का दायित्व मिला. वहीं साल 1986-89 तक वह विदेश मंत्रालय में राज्य मंत्री और 1998 में राजस्थान की भरतपुर लोकसभा सीट से 12वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए.
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ये दूसरी बार था जब वह लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे. साल 1998-99 से लेकर 1999-2000 तक वह लोक लेखा समिति के सदस्य रहे. जबकि 1998-99 में ही वह विदेश मामलों की समिति और इसकी उप-समिति-I के सदस्य भी रहे. साथ ही उन्होंने विदेश मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति के सदस्य के रूप में भी सेवाएं दीं. उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से स्नातक की उपाधि हासिल की और उसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए कैंब्रिज यूनिवर्सिटी चले गए.