78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गुरुवार को गांधी स्मृति एवम् दर्शन समिति ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता, एकता, राष्ट्रीय एकीकरण, विविधता और सबसे बढ़कर देशभक्ति की भावना को समेटे हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के साथ स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद किया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, सामाजिक विचारक और प्रसिद्ध लेखक प्रोफेसर राजकुमार भाटिया थे, जिन्होंने समिति के निदेशक डॉ. ज्वाला प्रसाद के साथ मिलकर तिरंगा फहराया.
दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया
इस मौक़े पर प्रोफेसर भाटिया ने एक पेड़ भी लगाया, इसे मातृभूमि को समर्पित किया और भारत सरकार की 'एक पेड़ मां के नाम' पहल का समर्थन किया. समारोह में अभिज्ञान नाट्य एसोसिएशन के कलाकारों ने स्वतंत्रता की भावना का जश्न मनाते हुए अपने संगीतमय प्रस्तुतीकरण से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. इसके अलावा उदय नारायण सिंह के नेतृत्व में अबीरा समूह के कलाकारों ने स्वतंत्रता संग्राम को दर्शाते हुए विभिन्न गीत प्रस्तुत किए तथा स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला.
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अदम्य भावना को स्पष्ट रूप से चित्रित किया
हिमांशु कुमार द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति गीतों तथा डॉ.गोरख प्रसाद मस्ताना की भावपूर्ण कविताओं ने देशभक्ति के जोश को और अधिक बढ़ा दिया. गांधी दर्शन परिसर स्वतंत्रता की गूंज तथा मातृभूमि की महिमा से गूंज उठा, विशेष रूप से 'हर घर तिरंगा अभियान' के माध्यम से, लोगों के उत्साह और उमंग ने स्वतंत्रता की अदम्य भावना को स्पष्ट रूप से चित्रित किया.
कई कलाकारों का स्वागत किया
कार्यक्रम के दौरान डॉ. ज्वाला प्रसाद ने मुख्य अतिथि प्रो.राज कुमार भाटिया का स्वागत किया तथा उन्हें गांधी चरखा तथा समिति की मासिक पत्रिका अंतिम जन भेंट की. इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी श्री संजीत कुमार तथा समिति के कार्यक्रम अधिकारी डॉ.वेदाभ्यास कुंडू ने भी कई कलाकारों का स्वागत किया. प्रोफेसर भाटिया ने सभी प्रतिभागी बच्चों को आभार स्वरूप गांधी नोटबुक भेंट की, जिसमें बच्चों में अच्छी आदतें विकसित करने के बारे में भी जानकारी दी गई है. कार्यक्रम के सफल समापन पर श्री संजीत कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया.
रिपोर्ट: मधुरेंद्र कुमार