अक्टूबर में एक साथ कई त्योहार हैं. जैसे- दिवाली और छठ पूजा. दोनों ही त्योहार धूमधाम से बड़े स्तर पर मनाए जाते हैं. पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूरे बिहार में छठ पूजा की क्या अहमियत यह तो हर कोई जानता है. घर से बाहर रह रहे लोग भी छठ मनाने घर आते हैं. छठ त्योहार के लिए बड़ी संख्या में लोग घर जाते हैं. छठ पूजा के दौरान, यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है. क्योंकि सारी ट्रेनें फुल हो जाती है. लोगों को एक्स्ट्रा पैसे देकर भी टिकट नहीं मिल पाता है. अगर आपको भी कंफर्म टिकट नहीं मिली है तो आप इन तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं.
भारतीय रेलवे ने ट्रेनों से वेटिंग टिकट को कम करने के लिए अल्टरनेट ट्रेन अकोमोडेशन स्कीम शुरू की है. स्कीम 2015 में शुरू की गई थी. इसे अब विकल्प स्कीम बोला जाता है. ट्रेन बुक करते वक्त ही आपको विकल्प स्कीम का विकल्प मिलता है. स्कीम के तहत आप किसी भी ट्रेन में विकल्प को चुन सकते हैं.
विकल्प स्कीम के तहत, आप एक साथ 7 ट्रेन को चुनकर अपनी टिकट बुक कर सकते हैं. अगर आपकी ट्रेन में कंफर्म सीट नहीं मिलती है तो आपको विकल्प स्कीम के तहत चुनी हुई अन्य ट्रेनों की खाली सीट अलॉट कर दी जाएगी. इस स्कीम से यह नहीं कह सकते कि आपको 100 प्रतिशत कंफर्म टिकट मिल ही जाएगी. लेकिन हां, आपको कंफर्म टिकट मिलने की संभावना जरूर बढ़ जाएगी.
जब सामान्य बुकिंग पर कंफर्म टिकट नही
जब लोगों को सामान्य बुकिंग में कंफर्म टिकट नहीं मिल पाती को यात्री विकल्प का इस्तेमाल करते हैं. आपको इससे कंफर्म टिकट बुक करने का मौका मिलता है. यात्रा से 24 घंटे पहले तत्काल का ऑपशन भी मिलता है. यहां आप तत्काल बुकिंग करवा सकते हैं. विकल्प स्कीम की तरह इसमें भी 100 प्रतिशत गारंटी नहीं होती कि आपको कंफर्म टिकट मिल ही जाएगा. लेकिन अगर आप जल्दी टिकट बुक करते हैं तो अधिक संभावना है कि आपको कंफर्म टिकट मिल जाए.